शहडोल में बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़, स्कूलों में मिल रहा गुणवत्ताहीन भोजन

शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मध्यान भोजन कि जिम्मेदारी सागर स्व. सहायता समूह को दी गई है, जहां बच्चों को खुलेआम मानकों को ताक में रखकर गुणवत्ताहीन भोजन परोसा जा रहा है।

Sanjucta Pandit
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Shahdol News : मध्य प्रदेश सरकार स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। इसके बावजूद, शहडोल के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। दरअसल, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मध्यान भोजन कि जिम्मेदारी सागर स्व. सहायता समूह को दी गई है, जहां मध्यान्ह भोजन योजना में बच्चों को खुलेआम मानकों को ताक में रखकर गुणवत्ताहीन भोजन परोसा जा रहा है। बता दें कि इस स्कूल में करीब 64 बच्चे पढ़ते हैं।

अधिकारी नहीं देते ध्यान

बच्चों को मेनू के अनुसार, चावल के साथ मूंग की दाल और मटर-चने की सब्जी परोसा जाना चाहिए था, लेकिन यहां मटर की सब्जी के बजाय आलू, मूंग की जगह तुअर की पतली दाल परोसा गया। बता दें कि इसका कारण समय-समय पर अधिकारियों द्वारा निरीक्षण नहीं किया जाना भी है। जिम्मेदारों के इस रवैये के कारण इसका असर स्कूलों में पकाए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर साफ देखने को मिल रहा है।

जनपद सीईओ ने कही ये बात

इस मामले में जनपद सीईओ मुद्रीका पटेल का कहना है कि मीडिया के माध्यम से उन्हें इस बात की जानकारी मिल चुकी है। सेजहाई स्कूल में गुणवत्ताविहीन भोजन बच्चों को दिया जा रहा है, जिसकी जांच के लिए BRC को भेजा गया है। जांच प्रतिवेदन आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

राहुल सिंह राणा, शहडोल


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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