Shahdol News : मध्य प्रदेश का शहडोल जिला आए दिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर मीडिया में चर्चा का विषय बना ही रहता है। इसका एक ताजा मामला हाल ही सामने आया है, जब एक बार फिर खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं। रेत के अवैध उत्खनन का मामला बारिश के दिनों में शांत पड़ गया था, लेकिन इस मौसम की समाप्ति होते ही एक बार फिर नदियों की घाट से रेत निकलाने का सिलसिला शुरू हो चुका है।
दरअसल, मामला सोहागपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मुख्यालय से जुड़े मुड़ना नदी का है। जब खुले आम रेत का अवैध खनन कर परिवहन किया जा रहा है। माफियाओं द्वारा दिनदहाड़े ऐसी घटनाओं को अंजाम देना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
रेत माफियाओं के हौसले बुलंद
स्थानीय लोगों की मानें तो यहां दिन भर में 100 से अधिक ट्रैक्टर में रेत निकाली जाती है। जिसे आसपास के क्षेत्र में बेचा जाता है। बता दें कि यह नदी 2 जिले की सीमा को तय करती है, जिसमें शहडोल और उमरिया का नाम शामिल है। इसलिए दोनों जिले में रेत की अवैध सप्लाई की जा रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस और खनिज विभाग की टीम भी इस कार्य में मिली हुई है। जिस कारण यह काला कारोबार बढ़ता ही जा रहा है। केवल इतना ही नहीं, विरोध करने पर माफियाओं द्वारा इन्हें डराया धमकाया भी जाता है।
ग्रामीणों में आक्रोश
पुलिस से शिकायत करने के बावजूद मामले में किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे नाराज ग्रामीणों ने मुद्दे को लाइमलाइट में लाने के लिए इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। जिससे पूरे जिले के माफियों में हड़कंप मच गया है।
थाना प्रभारी ने कही ये बात
वहीं, सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे का कहना है कि ऐसी कोई भी जानकारी मिलते ही सबसे पहले कार्रवाई की जाती है। समय-समय पर मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर रेत से भरे ट्रैक्टर जब्त किए जाते हैं। फिलहाल, इस मामले की जानकारी अभी ही मिली है, जिसकी जांच-पड़ताल की जा रही है। अगर माफियाओं द्वारा इस घटना को अंजाम दिया जा रहा है, तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अगर उन्हें उमरिया पुलिस की सहायता लेनी पड़ी, तो वह पीछे नहीं हटेंगे।