Shahdol News : मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। बस में सफर कर रहे युवक को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया। हालांकि, रिश्तेदारों की जागरूकता से युवक ने शहडोल में उतरकर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस ने ठगों से बातचीत कर युवक को डिजिटल अरेस्ट से मुक्त कराया।
दरअसल, युवक छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा से ब्यौहारी के लिए बस में सफर कर रहा था। इसी दौरान उसे एक अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए उसे धमकाना शुरू कर दिया।
अंजान नंबर से आया कॉल
साइबर सेल प्रभारी सत्य प्रकाश मिश्रा ने बताया कि पीड़ित आशीष कुमार सेन अपने रिश्तेदार को छोड़ने ब्यौहारी जा रहा था। इस दौरान एक अनजान कॉलर ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए युवक से कहा कि वह लगातार अश्लील वीडियो देख रहा है। ठग ने धमकाते हुए कहा कि उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है और उसे जेल भेजा जाएगा। जेल जाने से बचने के लिए 61,000 रुपये भेजने की मांग की गई। ठगों ने उसे लगभग डेढ़ घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा।
युवक ने दिखाई सूझबूझ
युवक ने सूझबूझ दिखाते हुए शहडोल में अपने रिश्तेदार के साथ बस से उतरकर साइबर पुलिस से संपर्क किया। जैसे ही पुलिस ने ठगों से वीडियो कॉल पर बातचीत की ठगों ने तुरंत फोन काट दिया। जांच में पता चला कि कॉल करने वाले ने नकली वर्दी पहनकर युवक को डराने की कोशिश की थी।
साइबर सेल प्रभारी ने दी जानकारी
साइबर सेल प्रभारी ने सलाह दी कि अगर कोई अज्ञात व्यक्ति पुलिस अधिकारी या सीआईडी क्राइम ब्रांच बनकर फोन करे, तो घबराएं नहीं। घटना की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें या NCRP के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं। इसके अलावा, व्हाट्सएप पर ऑटो डाउनलोड ऑप्शन बंद रखें।