Shahdol Girl Child Burnt With Hot Rods, Death : मध्यप्रदेश में अंधविश्वास ने एक बार फिर एक मासूम की जान ले ली, घटना शहडोल जिले की है, यहाँ एक दुधमुंही बच्ची को निमोनिया के इलाज के नाम पर 51 बार गर्म सलाखों से दागा गया। मासूम गरम सलाखों के जख्म झेल नहीं पाई और उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद परिजन इलाज के लिए उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन अंधविश्वास से मिले जख्मों ने उसकी जान ले ली। वहीं, इस मामले में कलेक्टर वंदना वैद्य का कहना है कि बच्ची की मौत निमोनिया से हुई है, जबकि पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक का कहना है कि इस मामलें के सामने आने के बाद अधिकारियों को कार्रवाई व जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
निमोनिया का इलाज गरम सलाखों से
यह पूरा मामला शहडोल जिले के सिंहपुर कठौतिया गांव का है। यहाँ रहने वाले एक परिवार की दुधमुँही बच्ची को निमोनिया था, लेकिन परिजन उसे बजाए अस्पताल ले जाने के तांत्रिक के पास ले गए, जहां तांत्रिक ने उसके इलाज के नाम पर मासूम को गर्म सलाखों से दागा। निमोनिया अंधविश्वास के चलते चमड़ी जलने से बच्ची के शरीर में संक्रमण बढ़ गया था। उसे लगातार झटके आ रहे थे। ढाई माह की बालिका के दिमाग में भी इंफेक्शन बढ़ गया था। जिसके बाद परिजनों ने उसे मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती करवाया यहाँ विशेषज्ञों की टीम ने उसे बचाने का बहुत प्रयास किया। लेकिन बुधवार को बच्ची की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस अब इस मामलें में जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कह रही है।