सब्जी में टमाटर की वजह ने नाराज हुई थी पत्नी, पुलिस की मदद से पति ने मनाया, कहा, “अब नहीं डालूँगा टमाटर”

Shahdol News: टमाटर के बढ़ते भाव (Tomato Price Hike) ने देश भर में खलबली मचा रखी है। जिसका असर आम आदमी के बजट पर पड़ रहा है। लेकिन अब टमाटर रिश्तों में भी दरार की वजह बन चुका है। ऐसा ही मामला कुछ दिन पहले शहडोल जिले के एक गाँव में सामने आया था। जहां पति द्वारा सब्जी में तीन टमाटर डालने पर दंपति के बीच विवाद हुआ और पत्नी बेटे के साथ घर छोड़कर चली गई थी। जिसके बाद पति ने पुलिस के पास जाकर गुहार लगाई। अब पुलिस के समझाने और पति के मनाने पर नाराज पत्नी घर वापस लौट चुकी है।

ये है मामला

दरअसल, यह अनोखा मामला शहडोल जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र के ग्राम बेमहौरि का है। जहां संजीव वर्मा एक छोटा सा ढाबा चलाते हैं और टिफिन सर्विस का काम करते हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने पत्नी ने बिना पूछे सब्जी में  तीन टमाटर डाल दिए थे। जिसके बाद दोनों में कहा-सुनी हुई और पत्नी आरती बच्चे के साथ घर छोड़कर चली गई। लाख मनाने पर भी रूठी पत्नी ने एक नहीं सुनी।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"