Shahdol News : मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, खैरहा थाना क्षेत्र के छिरहटी गांव में शनिवार की रात एसआईएसएफ (स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स) जवानों द्वारा एक परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए ग्रामीण को पहले सिंहपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल शहडोल के लिए रेफर किया गया है। वहीं, घटना के बाद छिरहटी गांव के ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
पीड़ित को धमका रहे जवान
मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि एसआईएसएफ द्वारा मारपीट किए गए युवक और उसके परिवार के सदस्यों का चोरी से कभी कोई वास्ता नहीं रहा है। इधर, घटना के बाद एसआईएसएफ ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। वहीं, परिवार का आरोप है कि एसआईएसएफ के जवान उन्हें शिकायत वापस लेने के लिए धमका रहे हैं और अगर उन्होंने शिकायत वापस नहीं ली तो उनके खिलाफ भी केस दर्ज कराने की धमकी दे रहे हैं। इस घटना के बाद से गांव में डर का माहौल है।
पीड़ित ने कही ये बात
वहीं, पीड़ित युवक प्रभात साहू ने खैरहा पुलिस को बताया कि वह दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है और इन दिनों अपने घर आया हुआ है। शनिवार की रात लगभग 10:30 बजे जब वह घर से बाहर टॉयलेट के लिए निकला था, तब राजेंद्रा खदान की तरफ से कुछ लोग टॉर्च की रोशनी मारने लगे। जब उसने टॉर्च की रोशनी मारने को लेकर विरोध किया, तो जवानों ने उसके साथ मारपीट की। एसआईएसएफ के जवानों ने कोयला चोरी के संदेह में जब एक ही परिवार के निर्दोष लोगों के साथ मारपीट की, तो इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग खैरहा थाना में एकत्रित हो गए।
क्राइम सीन करवाया रिक्रियेट
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसआईएसएफ के अधिकारी जवानों के साथ थाना पहुंचे और मामले को शांत करवाया और क्राइम सीन रिक्रियेट करवाया। जिसक बाद यह स्पष्ट हो गया कि गलती एसआईएसएफ के जवानों की थी। जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसआईएसएफ के इंस्पेक्टर नेताम और उप निरीक्षक वीरेंद्र मिश्रा ने रात में ही लिखित रूप में माफी मांगते हुए भविष्य में ऐसी गलती न होने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि चोरी के संदेह में गलती से यह घटना हुई।