शहडोल।
सतना के बाद मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से छह बच्चों की मौत का मामला सामने आया है।यहां बीती रात जिला अस्पताल में छह बच्चों की मौत हो गई।बताया जा रहा है कि इन सभी बच्चों को निमोनिया था। सीएम कमलनाथ ने मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से जांच की बात कही।सिलावट ने अधिकारियो को जांच के निर्देश दिए है। माना जा रहा है कि लापरवाही के चलते कईयों पर गाज गिर सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार, बीती रात जिला अस्पताल में शिशु गहन चिकित्सा इकाई में 4 बच्चों की मौत हो गई। वहीं बच्चा वार्ड में भी दो बच्चों की निमोनिया से मौत होने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इन सभी बच्चों को निमोनिया था। 12 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौतों पर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बच्चे इतने सीरियस आए थे कि उनको बचाना मुश्किल था। फिर भी हमने और हमारे स्टाफ ने काफी कोशिश की इसके बाद भी उनकी जान नहीं बच पाई। बच्चो की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया । मामला सीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने तुरंत स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को फोन कर देखने को कहा। इसके बाद मंत्री तुलसी सिलावट ने अधिकारियों की बैठक ली और बच्चों की मौत की तुरंत जांच के आदेश दिए। जो भी कोई इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उस पर आज ही कार्रवाई हो सकती है।
कल सतना में हुई थी दो बच्चों की मौत
इसके पहले सोमवार को सतना के जैतवारा थाना क्षेत्र के कोनैता गांव से मामला सामने आय़ा था। यहां आंगनवाड़ी में 11 जनवरी को टीके लगाए गए थे। टीके के बाद सभी बच्चे बीमार हो गए, जिसमें से दो बच्चों की मौत हो गई।जिसमें से दो बच्चों को डायल 100 से बिरसिंहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया था।वही 5 बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही ।घटना के बाद बच्चों के परिजनों में भारी आक्रोश है। कलेक्टर-एसपी व स्वास्थ्य विभाग की टीम सभापुर पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गई है। दोनों मासूमों की प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि मासूमों की मौत टीकाकरण से नहीं बल्कि सांस की नली में दूध के थक्के जमने से हुई है। परिजनों का आरोप है कि टीकाकरण के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी थी और आज सुबह उनकी मौत हो गई। वहीं, गांव के कई अन्य बच्चे अभी भी बीमार हैं।सीएमएचओ ने संबंधित के खिलाफ सभापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है