पुलिस प्रताड़ना से परेशान होकर युवक ने दी जान, आयोग ने एसपी श्योपुर से मांगा जवाब

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श्योपुर, डेस्क रिपोर्ट। जिले में पुलिस के आबकारी एक्ट में मामला दर्ज करने के बाद तनाव में आए एक युवक धर्मेन्द्र परोता ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इससे गुस्साए परिजन और राजस्थान के खतौली निवासी 500 लोगों ने जलालपुरा पुलिस चैकी पर शव रखकर प्रदर्शन किया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टण्डन ने पुलिस अधीक्षक, श्योपुर से तथ्यात्मक जवाब मांगा है।

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घटना के दौरान आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज करने के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े। भीड़ ने वाहन में तोड़फोड़ कर दी। मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक पर भी पुलिस ने लाठियां भांजी। बाद में भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को काबू में किया। परिजन देहात थाना पुलिस के दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। मृतक के पिता का कहना है कि बेटे से दो लाख रूपये की भी मांग की गई थी। मृतक धर्मेन्द्र ने सोशल मीडिया पर अपनी पीड़ा जाहिर की थी उसने खुद को बेकसूर बताकर कुछ पुलिसकर्मियों के नाम लिखे थे तथा उसे प्रताड़ित किये जाने का जिक्र भी किया था। एसपी श्योपुर का कहना है कि घटना की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है। जांच में दोषी पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा। आबकारी एक्ट के केस की भी जांच की जाएगी।


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Harpreet Kaur

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