शिवपुरी।
भले ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई हो लेकिन गुटबाजी और मनमुटाव अब भी खत्म होने का नाम नही ले रहा है। आए दिन कांग्रेसियों के भिड़ने और आपसी विवाद की खबरे सामने आ रही है। आज गुरुवार को शिवपुरी में ऐसा वाक्या देखने को मिला। जहां जनपद अध्यक्ष की अधिकारियों से कार्यक्रम को लेकर बहस हो गई और जमकर तूतू-मैमै होने लगी। मामला इतना बढ़ गया कि प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को बीच बचाव के लिए उतरना पड़ा तब जाकर मामला शांत हुआ। इस दौरान जनपद अध्यक्ष इतना नाराज हो गए कि वे कार्यक्रम ही छोड़कर चले गए।
दरअसल, आज गुरुवार को शिवपुरी में जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें कैबिनेट मंत्री और शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम शुरु होने से पहले कांग्रेस के जनपद अध्यक्ष पारम रावत अधिकारियों पर भड़क उठे। उन्होंने मंच पर ही अधिकारियों की क्लास लगाते हुए कहा कि मैं जनपद अध्यक्ष हूं और कार्यक्रम जनपद का है तो मुझे कार्यक्रम की पहले सूचना क्यों नही दी गई।मेरी अध्यक्षता में ये कार्यक्रम होना था और मेरा नाम ही शामिल नही किया गया।यह पूरा कार्यक्रम जिला अध्यक्ष ने आयोजित किया जबकी ये जिम्मेदारी जनपद अध्यक्ष की होती है। मैं किसी का विरोध नही कर रहा हूं, प्रोटोकॉल की बात कर रहा हूं, वैसे तो प्रशासन हमें बहुत प्रोटोकॉल सीखाता है अब कहां गए नियम और प्रोटोकॉल। इस दौरान जमकर बहसबाजी भी होती रही। आखिर बढ़ते विवाद को देखते हुए मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने मोर्चा संभाला और सबको शांत करवाया वही अध्यक्ष को भी फटकार लगाते हुए समझाइश दी। इस पर अध्यक्ष मान तो गए लेकिन कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर चले गए। कार्यक्रम छोड़ने से पहले उन्होंने बाइक संभाला और अपनी ही पार्टी के लोगों पर जमकर भड़ास निकाली।