शिवपुरी : पिछोर SDM विजेंद्र यादव पर छात्रावास अधीक्षिका ने लगाए गम्भीर आरोप, रात में बुलाते थे छात्राएं

Published on -

शिवपुरी, डेस्क रिपोर्ट। शिवपुरी के पिछोर में एसडीएम पर गंभीर आरोप लगे है यह आरोप सीनियर कन्या छात्रावास प्रथम की तत्कालीन अधीक्षिका ने लगाए है, आरोप है कि एसडीएम विजेंद्र यादव ने छात्रावास की छात्राओं सहित अधीक्षिका को रात में अपने कमरें में बुलाने का दवाब बनाया और हर रात हॉस्टल की एक छात्रा को उनके पास भेजने की बात की, विजेंद्र यादव आदिम जाति कल्याण विभाग के तत्कालीन प्रभारी जिला संयोजक भी रह चुके है और वर्तमान में पिछोर एसडीएम है। आरोप लगाने वाली महिला सीनियर कन्या छात्रावास प्रथम की तत्कालीन अधीक्षिका रह चुकी है।

यह भी पढ़ें… जबलपुर : पंचायत सचिव के भाई की गोली लगने से मौत, मामला संदिग्ध !

शिकायतकर्ता तत्कालीन अधीक्षिका का कहना है कि एसडीएम यादव की जब उन्होंने बात नहीं मानी तो उन्होंने नियमों को ताक पर रखते हुए छात्रावास को ही बंद करवा दिया। इस छात्रावास की छात्राओं को एक अन्य छात्रावास में शिफ्ट कर दिया गया है। जहां पर सिर्फ 50 छात्राओं के रहने की ही जगह थी, लेकिन उसके बावजूद यहाँ पर 100 छात्राओं को रखा गया, इसके बाद एसडीएम ने मनमानी करते हुए अधीक्षिका को छात्रावास से आफिस में अटैच कर दिया गया है। अधीक्षिका ने इस मामले की शिकायत 50 रुपये के स्टाम्प पर शपथ पूर्वक कलेक्टर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को दर्ज कराई गई। छात्रावास की तत्कालीन अधीक्षिका राजकुमारी कोली का कहना है कि एसडीएम विजेंद्र यादव ने मई माह में छात्रावास के निरीक्षण के बाद उन्होंने उस पर दबाब बनाया कि वह रात को एक छात्रा को उनके बंगले पर भेजा करें और सुबह छात्रा को वापस ले जाया करें। जब वह छात्राओं को उनके यहां भेजने तैयार नहीं हुई तो उन्होंने कहा कि तुम खुद उनके बंगले पर आ जाओ। राजकुमारी का आरोप है कि विजेंद्र यादव ने उसकी बात नया मानने पर छात्रावास बंद करवाने और उसे आफिस में अटैच करने की धमकी भी दी। अधीक्षिका कोली ने जब किसी भी हाल में एसडीएम की बात मानने से इंकार किया तो विजेंद्र यादव ने 50 सीटर शासकीय अनुसूचित जाति जिला स्तरीय कन्या उत्कृष्ट छात्रावास कमलागंज में शिफ्ट कर दिया और अधीक्षिका को लाइन अटैच कर दिया।

यह भी पढ़ें…. Indore : कमलनाथ का मास्टरस्ट्रोक, आज विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर करेंगे कई बड़े अभियानों का आगाज

अधीक्षिका का आरोप यह भी है कि एसडीएम रात में छात्रावास में निरीक्षण के नाम पर नियम विरुद्ध आते थे, इन तमाम सबूतों को अधीक्षिका ने शिकायत में दिया है। खास बात यह है कि इस पूरे मामलें में राजकुमारी कोली के समर्थन में छात्रावास की छात्रायें भी सामने आई है, उन्होंने ने भी पिछोर एसडीएम विजेंद्र यादव की शिकायत की है, लेकिन वही छात्रावास अधीक्षिका मोनिका तोमर, कविता कुशवाह, डा रजनी आर्य, अनीता तिम्मी, पुष्पा देवी आर्य आदि ने कलेक्टर को लिखित में एसडीएम बिजेंद्र यादव पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए राजकुमारी कोली पर ही सवाल उठाए है। वही इस पूरे मामलें में एसडीएम यादव का कहना है कि छात्रावास अधीक्षिका का स्थानांतरण किया गया जो प्रक्रिया का हिस्सा था और इसी बात से नाराज होकर वह इस तरह के आरोप लगा रही है। फिलहाल मामला सामने आने के बाद सनसनी मची है।

 


About Author

Harpreet Kaur

Other Latest News