खनियाधाना, शिवम पांडेय। कोरोना काल में दूसरे शहरों से लौटे मजदूरों को उनके घर में ही काम मिल सके इसके लिए प्रदेश सरकार उन्हें मनरेगा योजना के तहत काम देने का प्रयास कर रही है, लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही है। शिवपुरी के एक गांव में मनरेगा श्रमिकों के रोजगार पर पलीता लगाने का काम किया जा रहा है। दरअसल, यहां श्रमिकों से काम कराने के बजाय जेसीबी मशीनों से कराया गया। मामला सामने आने के बाद महकमा इसकी जांच में जुट गया है।
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मनरेगा मजदूरों से उनका हक छीनने का काम शिवपुरी जिले के खनियाधाना जनपद पंचायत के ग्राम काली पहाड़ी डामरोन में हुआ है। आरोप है कि यहां मनरेगा योजना के तहत सड़क का निर्माण मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन से करा दिया गया और इस काम के बदले श्रमिकों के नाम पर फर्जी भुगतान कर पैसा निकाल लिया गया।
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ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में खुलेआम भ्रष्टाचार मचा हुआ है जिसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।
जनपद सीईओ रामप्रसाद गौरसिया ने कहा कि अभी यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं, अगर आप मुझे बता रहे हैं तब में वहां जाँच करा लेता हूँ। और जो भी लोग इसके लिए दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी।