शिवपुरी, मोनू प्रधान/शिवम पांडेय। खनियाधाना तहसीलदार सुधाकर तिवारी को लोकायुक्त टीम ने 1 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सरपंच को जीत का प्रमाण पत्र देने के लिए नायब तहसीलदार ने डेढ़ लाख रुपए मांगे थे और एक लाख नगद लेते उसे संभागीय लोकायुक्त टीम ने पकड़ा गया है।
लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बरसोला तहसील खनियाधाना के रहने वाले उमाशंकर लोधी ने शिकायत की थी कि नायब तहसीलदार प्रभारी तहसील खनियाधाना सुधाकर तिवारी ने उनसे रिश्वत की मांग की है। आवेदक सरपंच के पद पर विजयी हुआ था जिसके प्रमाण पत्र के लिए आरोपी आवेदक से 1,50,000 की रिश्वत मांग रहा था। आज आरोपी द्वारा एक लाख की रिश्वत देना तय किया गया था और लोकायुक्त की टीम पहले से मौके पर मौजूद थी। आरोपी को रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। इस कार्रवाई में लोकायुत टीम प्रभारी योगेश कुमार कुरचनिया, राघवेंद्र सिंह तोमर इंस्पेक्टर, कवेंद्र सिंह चौहान विवेचक, इंस्पेक्टर आराधना डेविस एचपी धनंजय पांडेय, एचसी हेमंत शर्मा, सी अमर सिंह गिल, देवेंद्र पवैया, सुरेंद्र सिंह, बलवीर, विशंभर सिंह भदोरिया सहित समस्त मौके पर मौजूद रहे। फिलहाल लोकयुक्त टीम ग्वालियर की कार्रवाई जारी है। इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया है कि सरकार और नौकरशाह का गठजोड़ लोकतंत्र को खरीद रहा है।
शिवपुरी-खनियाधाना तहसीलदार सुधाकर तिवारी को लोकायुक्त टीम ने 1 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा सरपंच को चुनाव जिताने के लिए मांगी रिश्वत!कांग्रेस का आरोप स्वतः साबित कि सरकार और नौकरशाह दोनों का का गठजोड़ लोकतंत्र को खरीद रहा है?अब कुछ बाकी है? @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath
— KK Mishra (@KKMishraINC) July 12, 2022