BJP से निष्कासित प्रीतम लोधी का अनशन, किसानों के हक के लिए सरकार को दी चेतावनी

Amit Sengar
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शिवपुरी,शिवम पाण्डेय। शिवपुरी (shivpuri) जिले के पिछोर में भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित प्रीतम लोधी ने एक बार फिर अपना शक्ति प्रदर्शन लगातार कर रहे है कुछ दिनों पूर्व भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित होने पर एससी एसटी पिछड़ा वर्ग महासभा ने भाईचारा दिखाते हुए पिछोर में एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया था और अब पिछोर में पांच सूत्रीय मांगों को लेकर भाजपा नेता प्रीतम लोधी 5 दिनों से अनशन पर बैठे हुए हैं उनकी मांगे इस प्रकार है

1 अधिक वर्षा होने से किसानों की पिछले एवं इस वर्ष फसल के नकसान का मुआवजा राशि तत्काल दिलाई जावें।
2. पिछोर में एस . बी.आई बैंक के अतिरिक्त कोई और बैंक खानी जाये।
3. ओ बी सी वर्ग की जातिगत जनगणना करवाई जायें।
4. म . प्र . में ओ बी सी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाये।
5. विधानसभा , लोकसभा एवं राज्यसभा में ओ बी सी वर्ग के लिये सीटें आरक्षित की जायें उन्होंने पिछोर एसडीएम ब्रजेन्द्र सिंह यादव का भी धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा है कि एसडीएम साहब के द्वारा हमारी कुछ मांगों को स्वीकार कर लिया गया है लेकिन हमारी मांगों में कुछ मांगे ऐसी के जनों को जिला प्रशासन व प्रदेश से पूरी हो सकेंगी मेरी इन बातों को लेकर प्रदेश से ओर जिले से कोई भी जवाब नहीं आया मैं अपने मांगों के जवाब के लिए यहां बैठा हूं अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो मैं बहुत जल्द एक बहुत बड़ी जन जागरण यात्रा के साथ विधानसभा का घेराव करूँगा जब तक मेरी मांगे पूरी नहीं हुई तो मैं अनशन से नहीं उठूंगा।

ओबीसी और बहुजन समाज के नेता प्रीतम सिंह लोधी (62) पिछोर में कांग्रेस के विधायक केपी सिंह के खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़कर उन्हें कड़ी टक्कर देकर चर्चा में आए थे। पिछोर में उन्होंने दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और दोनों ही बार कड़ी टक्कर दी। वे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के करीबी माने जाते हैं। ब्राह्मण समाज पर विवादित टिप्पणी करने वाले प्रीतम लोधी ने माफी मांग ली थी यह माफी उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के सामने मांगी और लिखित में माफीनामा भी दिया था।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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