शिवपुरी।
मध्यप्रदेश में घोटालों का सिलसिला लगातार जारी है। अब व्यापम की तर्ज पर शिवपुरी मेडीकल कॉलेज में भर्ती घोटाला सामने आया है।यहां लेब टेक्नीशियन ,असिटेंट टेक्नीशियन, ड्रेसर भर्ती में घोटाला किया गया है। यह खुलासा होने के बाद ग्वालियर कमिश्नर की अध्यक्षता में बनी कॉलेज डीन सहित अन्य सदस्यों की कमेठी कटघरे में आ गई है ।
बताया जा रहा है कि अनुभव के अंकों में हेरफेर सहित कई अभ्यर्थियों के डॉकमेंट्स गायब हुए।। मेरिट लिस्ट में टेक्नीशियन पद पर अपने चहेतों को अनुभव के अधिकतम 5 अंक की बजाए 11 अंक दिए गए है वही अन्य पद पर अधिकतम 20 अंक की शर्त को दरकिनार कर 35 से 37 नम्बर दिए गए है । मामला सामने आने के बाद ग्वालियर कमिश्नर की अध्यक्षता में बनी कॉलेज डीन सहित अन्य सदस्यों की कमेठी कटघरे में आ गई है । वही मीडिया में घोटाले के खुलासे के बाद मेडीकल कॉलेज पीआरओ गिरजा गुप्ता ने भी इस गलती को स्वीकारा है ।साथ ही पुनः जांच कर कर सुधार करने की बात कही है ।
दरअसल, ग्वालियर की एक अभ्यर्थी ने चार पदों अनुसूचित जाति वर्ग के लिए डार्करूम असिस्टेंट, लैब अटेंडेंट, लैब टेक्निशियन, टेक्निशियन असिस्टेंट पद के लिए अपने फार्म जमा किए थे। परंतु एक भी पद पर उसका नाम लिस्ट में नहीं आया, जबकि उससे कम अंक वाले अभ्यर्थियों के नाम भी सूची में शामिल किया गया हैं। जब उसने लिस्ट देखी तब आपत्ति की डेट निकल चुकी थी, परंतु उसने यह जानने के लिए कॉलेज प्रबंधन के कर्ताधर्ताओं से पता किया आखिर लिस्ट में उसका नाम क्यों नहीं है, मेडिकल कॉलेज के कर्ताधर्ता यह भी नहीं बता पा रहे हैं कि उसके फॉर्म आखिर कहां चले गए और नाम क्यों नही आया।