Shivpuri News : सीएम राइज स्कूल के आउटसोर्स कर्मचारियों ने प्रिंसिपल पर मनमानी करने के लगाए आरोप, जानें क्या कहा

Amit Sengar
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Shivpuri News : मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के खनियाधाना तहसील से एक बड़ी खबर आ रही है जहाँ सीएम राइज स्कूल के आउटसोर्स कर्मचारियों ने प्रिंसिपल टेक चंद्र जैन पर मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। आउटसोर्स कर्मचारियों ने कहा कि उनसे सौंपे गए नियत कार्य के अलावा अन्य कार्य भी कराए जाते हैं। जब इसका विरोध किया जाता है तो सीएम राइज के प्रिंसिपल के द्वारा उन्हें नोटिस देकर नौकरी से हटाए जाने की धमकी दी जाती है। इसकी शिकायत आउट सोर्स कंपनी के अधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है जिसके चलते लगातार सभी आउटसोर्स कर्मचारियों को मानसिक परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ रहा है।

यह है मामला

खनियाधाना की सीएम राइज में सफाई कर्मचारी के पद पर पदस्थ पुष्पेंद्र लोधी ने बताया कि उनका काम स्कूल की साफ सफाई और झाड़ू पोछा का है लेकिन स्कूल के प्रिंसिपल उनसे गड्ढा खुदवाने से लेकर दीवाल तोड़ने तक का काम कराते हैं। पुष्पेंद्र लोधी ने बताया कि मेरे पास बैटरी वाली स्कूटी है जिसे मैंने एक दिन स्कूल में चार्ज पर लगा दिया था इस पर प्रिंसिपल ले मुझे नोटिस जारी कर दिया था।

सफाई कर्मचारी संगीता अहिरवार का कहना है कि मेरा काम स्कूल की साफ सफाई करना है लेकिन इसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल के द्वारा मजदूरी के भी अन्य कार्य कराए जाते हैं जब इसका विरोध करते हैं तो उनके द्वारा नोटिस देने की धमकी दी जाती है। प्रिंसिपल की मनमानी के चलते मुझे और मेरे बच्चों को परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है।

सीएम राइज स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड के पद पर पदस्थ प्रदीप कुशवाह ने बताया कि मेरा काम सिक्योरिटी का है लेकिन इसके बावजूद प्रिंसिपल के द्वारा मुझसे मजदूरी कराई जाती थी साथ ही उन्हें अपनी बाइक का पेट्रोल खर्च करके बाइक से लेने और छोड़ने जाना पड़ता है। जब इसका विरोध किया जाता है तो वह नोटिस देकर नौकरी से हटाने की धमकी देते हैं। कुछ दिनों पहले बोरवेल की मोटर खिंचवाने की मजदूरी मुझसे कराई गई थी जिससे में बीमार पड़ गया था अगले दिन ना आने के कारण प्रिंसिपल ने मेरी गैर हाजरी लगा दी थी। सिक्योरिटी गार्ड संजीव कुशवाह ने बच्चों को स्कूल से जल्द छोड़ने के भी आरोप भी प्रिंसिपल पर लगाए हैं।

हाउसकीपिंग का काम करने वाले मनोज कुमार बंशकार का कहना है प्रिंसिपल के निर्देशानुसार हमें अपने काम के अतिरिक्त अन्य कामों को भी करना पड़ता है डाक लगाने से लेकर उन्हें लेने और छोड़ने बस स्टैंड पर भी जाना पड़ता जिसका पेट्रोल खर्चा उनके द्वारा नहीं दिया जाता है जबकि हमारी वेतन 9 हजार रुपये के लगभग है। इसके अतिरिक्त दीवाल तोड़ने से लेकर गड्ढा खोदना और स्कूल की पुताई का कार्य भी हमारे ही द्वारा कराया जाता है।

जब मामले में सीएम राइज स्कूल के प्रिंसिपल देख चंद्र जैन से बात करना चाहिए तो उनके द्वारा मुद्दे को भांपते हुए फोन ही नहीं उठाया गया। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौर का कहना है कि सभी के निश्चित कार्य तय किए गए हैं इसके अलावा अगर मनमानी और लापरवाही की जा रही है तो निश्चित ही जांच के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी।
शिवपुरी से शिवम पांडेय की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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