Shivpuri News : शिवपुरी जिले के खनियांधाना तहसील के तेरही ग्राम में पदस्थ पटवारी जगबान जाटव का हलका बदलने की मांग काे लेकर बुधवार को तेरही गांव के ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंचे, यहां उन्होंने नारेबाजी कर पटवारी पर ग्रामीणों के काम समय से नहीं करने व के ओलावृष्टि का पैसा अपने चहेतों के खातों में डालने के आरोप लगाते हुए तहसीलदार के नाम संबोधित ज्ञापन दिया। ग्रामीणों ने कहा कि पटवारी द्वारा छोटे-छोटे काम को लेकर ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। वहीं किसानों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान का सही मुआवजा नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि पटवारी पंचायत में नशे में धुत होकर आता है व सही समय पर पंचायत में उपस्थित नहीं होता है अपनी मनमर्जी से पंचायत का हर काम करता है जिससे ग्राम पंचायत तेरही के किसानों उससे काफी परेशान है यही नहीं उसके द्वारा अवैध वसूली भी की जा रही है। इससे परेशान क्षेत्र के किसान पटवारी को हटाने के लिए एकजुट होकर तहसील पहुंचे हैं। जहाँ किसानों ने जानकारी देते हुए बताया है कि पटवारी किसानों को छोटे-छोटे कार्य करने के लिए मोटी रकम की मांग करते हैं। जो किसान रुपए देता है उनका ही कार्य समय पर और जो रुपए नहीं देते उनका कार्य नहीं करते हुए घुमाया जाता है। पटवारी मनमर्जी के ग्राम मुख्यालय से नदारद रहते हैं जिसके कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने पटवारी का हलका बदलकर किसी अन्य पटवारी को हलके का प्रभार देने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी पटवारियों के दफ्तर का चक्कर लगाना और फोन लगाना पड़ रहा है। हल्का मुख्यालय व ग्राम में पटवारी नहीं बैठ रहे हैं। ऐसे में किसानों को अपने खेती बाड़ी की तैयारी छोड़ ब्लाक मुख्यालय में पटवारियों को ढूंढने की मजबूरी है। छोटे-छोटे कार्य के लिए किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण पटवारी से त्रस्त है कि वह उसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन 181 पर भी कर चुके हैं पर आज दिनांक तक शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि पटवारी द्वारा किसानों के काम समय पर नहीं किए जाने से ग्रामीण परेशान हैं। वहीं ओलावृष्टि से हुई फसल नुकसान में पटवारी द्वारा अपने चहेतों को लाभ पहुंचाया गया है सही तरीके से राशि किसानों के पास नहीं डाली गई ग्रामीणों ने इस बात की शिकायत खनियाधाना तहसील कार्यालय में तहसीलदार से की है।
शिवपुरी से शिवम पांडेय की रिपोर्ट