शिवपुरी, मोनू प्रधान। शिवपुरी (Shivpuri) जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते यहां नदियां-नाले उफाल पर हैं। जिसके चलते जानमाल का खतरा बना हुआ है परन्तु शिवपुरी का जिला प्रशासन घटनाओं का होने का इंतजार करता हुआ नजर आ रहा है। आपको बता दें कि बारिश के चलते शिवपुरी जिले भर में नदी नाले उफान पर है। परन्तु शिवपुरी के जिला प्रशासन ने अभी तक कहीं भी सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं किये हैं। फिर चाहे वो पवा वाटर फॉल हो या कुनो नदी का तट या फिर अन्य दार्शनिक स्थल।
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लापरवाह जिला प्रशासन की बढ़ती जा रही लापरवाही को निमंत्रण देने वाली एक और तस्वीरें शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील के पचावली गांव से निकलकर सामने आईं है। सिंध नदी में निर्माणाधीन पुल से कूदते युवा जिला प्रशासन की पोल खोलते हुए नजर आ रहे है। या फिर यूं कहे कि जब घटना होगी उसके बाद मोर्चा जिला प्रशासन द्वारा संभाला जाएगा। बेखौफ युवा उफान पर बहती नदी में एक के बादक छलांग लगा रहे है। वहीं अगर ऐसे में किसी भी तरह की दुर्घटना इन युवाओं के साथ होती है। तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ये सोचने वाली बात है।
दरअसल पचावली ग्राम में सिंध नदी में बारिश के चलते पानी तेज बहाव में बह रहा है। परन्तु यहां सावधानी के तौर पर पुलिस बल को तैनात किया गया है यहां युवा अपनी जान से खिलवाड़ करते हुए 100 फ़ीट की ऊँचाई से छलांग लगा रहे हैं परन्तु उन्हें रोकने वाला कोई नहीं। अब अगर ऐसे में कोई हादसा घटित होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
निर्माणाधीन पुल पहले से चढ़ गया भ्रष्टाचार की भेंट, अब जान लेने को आतुर
बताते चलें कि जिस निर्माणाधीन पुल से ये युवा सिंध नदी में छलांग लगा रहे रहे यह पुल पहले से ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। वर्षों पहले इस पुल का भूमिपूजन हुआ था जो आज कई वर्षों के बाद भी भूमि तक ही रह गया। इस पुल का निर्माण भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। सबसे बड़ी बात इस निर्माणाधीन पुल की यह रही कि इस पुल के निर्माण को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपनी रोटियां सेकी परन्तु इसका निर्माण आज दिनांक तक नहीं हो सका। जबकि शिवपुरी को अशोकनगर और भोपाल को जोड़ने वाला यह एक मात्र सुगम रास्ता है जबकि इस मार्ग से सेकड़ो गाँव कोलारस विधानसभा और शिवपुरी विधानसभा से जुड़ते है। इसके बाद भी यह पुल भ्रष्टाचार की भेंट क्यों चढ़ा इसका जबाब आज तक क्षेत्र की जनता तलाश रही है। और आज भी पुराने पल के सहारे आवागमन किया जा रहा है।