शिवपुरी, मोनू प्रधान। मकर संक्रांति के दिन अपने परिवार के साथ पटेल पार्क घूमने आई एक महिला अपना बैग ऑटो में भूल गई। मुस्कान चंदानी नाम की महिला जबलपुर से यहां आई थीं और अपना बैग ऑटो में ही भूल गई। बाद में पार्क के संरक्षक और पुलिस की मदद से उन्हें अपना बैग वापिस मिल गया।
ये महिला जिस ऑटो से आई थी, उसी में अपना कीमती सामान से भरा बैग भूल गई और पार्क में घूमने चली गई। काफी देर पार्क में घूमने के बाद उसे अचानक अपने बैग की याद आयी तो घबराते हुए वह पार्क के गेट पर आई। लेकिन वहां ऑटो नहीं दिखने पर वह घबराई हुई इधर उधर ऑटो तलाशने लगी। तभी पटेल पार्क संरक्षक अशोक अग्रवाल की निगाह उन पर पड़ी तो अशोक ने उनसे माजरा पूछा। महिला ने बताया कि उनका बैग ऑटो में छूट गया है जिसमें उनका बेशकीमती सामान है। अशोक अग्रवाल ने उन्हें तसल्ली देते हुए कहा कि पार्क में अंदर व बाहर कैमरे लगे है यदि ऑटो कैमरे की ज़द में आया होगा तो उसे ट्रेस करना आसान हो जाएगा। इसके बाद महिला के आने के समय के हिसाब से कैमरे की रिकॉर्डिंग देखी गई और कुछ देर में कैमरे में वह ऑटो नजर आ गया जिसमें सवार होकर यह परिवार आया था। अशोक अग्रवाल ने बारीकी से ऑटो का अवलोकन कर उसपर यातायात विभाग द्वारा दिया हुआ यूनिक कोड ट्रेस किया और उसकी जानकारी सुबेदार रणवीर यादव को दी। रणवीर यादव ने भी तत्परता दिखाते हुए पहले यूनिक कोड के आधार पर यातायात विभाग के रिकॉर्ड में इस यूनिक कोड नम्बर का रिकॉर्ड निकाला और फिर उस ऑटो चालक को यातायात थाने बुलाया। यातायात थाने पर बुलाकर जब ऑटो में देखा गया तो पीछे की साइड महिला का बैग सही सलामत रखा हुआ था। खुशकिस्मती रही कि ऑटो में इस परिवार के बाद भी कई सवारियां बैठी लेकिन किसी की नजर बैग पर नहीं पड़ी।
इसके बाद सूबेदार रणवीर यादव ने पार्क संरक्षक अशोक अग्रवाल की मौजूदगी में महिला को बुलाकर उनका बैग उनके सुपुर्द कर दिया। महिला ने बैग चेक कर बताया कि सारा सामान सही सलामत मौजूद है। महिला ने बैग वापस दिलवाने के लिए पार्क संरक्षक अशोक अग्रवाल और सुबेदार रणवीर यादव का आभार जताया है।
यातायात विभाग का यूनिक कोड बड़े काम की चीज
महिला के बैग की बरामदगी में यातायात विभाग के द्वारा जारी किए गए यूनिक कोड का अहम रोल रहा, क्योंकि सीसीटीवी कैमरे में ऑटो का नम्बर तो नहीं दिख रहा था लेकिन यूनिक कोड दिखाई दे गया। इस यूनिक कोड की जानकारी जैसे ही यातायात विभाग को दी गई तुरन्त उन्होंने ऑटो ट्रेस कर लिया। सूबेदार रणवीर यादव का कहना के विभाग द्वारा जारी यूनिक कोड में वाहन की सम्पूर्ण कुंडली होती है, जिसकी मदद से वाहन तक पहुँचना बहुत आसान होता है।
पटेल पार्क में लगे कैमरों से अब तक गुम हुई हर वस्तु हुई बरामद
पटेल पार्क संरक्षक अशोक अग्रवाल ने बताया कि पिछले 3 वर्षो में जबसे यहां सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछाया गया है तब से लेकर अब तक यहां से गुम अथवा चोरी हुई हर वस्तु बरामद हुई है। कोई भी केस अनसुलझा नहीं है। उनके अनुसार महिला के पैर की पायल, मोबाइल से लेकर साइकिल तक यहां से गुम होने के बाद सीसीटीवी कैमरों की मदद से बरामद कर ली गई हैं।