खाद की कालाबाजारी पर SDM को सौंपा ज्ञापन, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

सीधी, पंकज सिंह। यूथ कांग्रेस, आईटी एवं सोसल मीडिया सेल और सद्भावना प्रकोष्ठ ने चुरहट में व्यापक पैमाने पर खाद की कालाबजारी होने पर चुरहट एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। समूचे जिले में व्यापक पैमाने पर खाद की कालाबजारी हो रही है और सरकार का ध्यान उन क्षेत्रों में है जहां-जहां चुनाव होना है, बाकी जगह सरकार ने किसानों एवं आम जानता को उनके हाल पर छोड़ दिया है, जिसके कारण 266 रुपये की यूरिया 500 रूपये में लेने को मजबूर है।

बिचौलियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकारी गोदाम एवं समितियों से खाद गायब कर दी गई, जिसकी वजह से निजी दुकानदार किसानों को खुलेआम लूट रहे है। सरकारी महकमे को जानकारी होने के बावजूद अधिकारी ना तो खाद की कालाबजारी रोक पा रहे हैं और ना ही निजी दुकानों के खिलाफ कार्रवाई कर पा रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि खाद की कालाबजारी और किसानों के साथ लूट सरकार की सरपरस्ती में हो रही है। यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव कमलेंद्र सिंह डब्बू ने कहा कि सरकार का ध्यान केवल उन क्षेत्रों में है जहां जहां चुनाव होना है बाकी जगह सरकार ने किसानों एवं आम जानता को उसके हाल पर छोड़ दिया है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।