सूरजपुर। राघवेन्द्र सिंह
NDRF टीम के द्वारा आज सुबह सिंगरौली जिला प्रशासन ,छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिला प्रशासन, समाजसेवी और ग्रामीणो के साथ मिलकर जयंत निवासी मानवी ठक्कर 8 वर्ष की तलाश में छत्तीसगढ़ राज्य के सूरजपुर जिले के रकसगंडा में रैस्क्यू ऑपरेशन जारी किया गया दिन भर के चले इस रैस्क्यू ऑपरेशन में सफलता तो नही मिली लेकिन NDRF के जवानो का हौसला कम नही हुआ कल सुबह होते ही पुनः मानवी के शव की तलाश में रैस्क्यू ऑपरेशन सुरु किया जायेगा आपको बता दे कि बीते 20 जनवरी को रकसगंडा जल प्रपात में 8 वर्षीय मानवी ठक्कर पानी के बहाव में बह गई थी जिसके बाद आज दिनांक तक उसकी लाश उसके परिजनो को नही मिल पाया उधर उसके घर वाले अपने मासूम सी बच्ची को आखरी बार देखने के लिए तड़प रहे हैं वही मानवी की घटना ने पूरे सिंगरौली जिले को झिंझोर कर रख दिया है वही अब धीरे-धीरे लोगो का आक्रोश जिला प्रशासन के प्रति बढ़ता जा रहा है लोगो ने कहा कि अगर उसी समय सिंगरौली जिला प्रशासन और सूरजपुर जिला प्रशासन हरकत में आया होता तो शायद अब तक मानवी ठक्कर की खोज पूरी हो चुकी होती लेकिन जिला प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण आज मानवी की तलाश NDRF के लिए भी एक चुनौती बन गया है।
वही सिंगरौली जिले के समाजसेवी और लोगो के सुख दुःख में शामिल होने वाले अरविन्द सिंह चन्देल से जब बात किया गया तो उन्होंने बताया कि मैं बीते दिन रविवार को भी रकसगंडा घटना स्थल पर था और यही से जिला कलेक्टर से बात कर PC मशीन के लिए बात की गई थी वही आज मेरे द्वारा अपने 26 आदमियो के साथ 2 गाडियो में टीना सीट ,बल्ली और 400 प्लास्टिक की बोरी लेकर पुनः मानवी की तलाश में मदद करने के लिए हाजिर हु और कल सुबह पुनः NDRF और जिला प्रशासन की मदद के लिए आऊंगा वही मीडिया से बात करते हुए अरविन्द सिंह भावुक हो गए उनकी आंखे नम हो गई और उन्होंने कहा कि बेटी के खोने का जो दर्द ठक्कर परिवार पर बीत रहा है उसे कम तो नही किया जा सकता लेकिन उनके इस मुसीबत की घड़ी में मैं उनके साथ हूँ मानवी के साथ घटित इस घटना से पूरा सिंगरौली सदमे में है
वहीं मौके पर NDRF की टीम दोनो राज्य मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ की पुलिस, प्रशासन समाजसेवी अरविन्द सिंह चन्देल, रविन्द्र द्विवेदी, जुल्फिकार अली और लगभग 400 से 500 की संख्या में ग्रामीण जनता उपस्थित रही।