Singrauli News : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ संयुक्त संघर्ष मंच द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है। इसे लेकर मंच के पदाधिकारी का कहना है कि 19 सितंबर को घोटाले के संदर्भ में एक पत्र जारी किया गया था, लेकिन भ्रष्टाचार्यों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस कारण जनता में भी आक्रोश का माहौल बना हुआ है। जिस कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है।
लाखों रूपए का किया गया गबन
संयुक्त संघर्ष मंच का कहना है कि वार्ड क्रमांक 32 शिवाजी काम्पलेक्स में पाइपलाइन फिटिंग में 38 लाख रूपये का घोटाला किया गया है। जिसमें नगर निगम आयुक्त की संलिप्तता साफ तौर पर दिखाई दे रही है, क्योंकि उन्होंने पदस्थापना के बाद कार्य का स्थल निरीक्षण किया। इसके बाद निगमायुक्त द्वारा संविदाकार का भुगतान कर दिया गया जो कि नहीं करना चाहिए था। साथ ही 4 अधिकारियों को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा, मूल दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ भी की गई।
कलेक्टर से किया आग्रह
संगठन द्वारा लगातार निगमायुक्त के कार्यशैली को निगम के जन प्रतिनिधियों और जिला दण्डाधिकारी को अवगत कराया गया, लेकिन आज तक निगम आयुक्त के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। सफाई कर्मचारियों के नाम पर 27 लाख रूपये का भुगतान ऐसे निविदाकार के पक्ष में कर दिया गया है, जिसने प्रमाणित पर्याप्त दस्तावेज नगर निगम कार्यालय में प्रस्तुत ही नहीं किया है। जिसके कारण जन आक्रोश फैलता जा रहा है। क्षेत्र में शांति बनी रहे, इसके लिए कलेक्टर से आग्रह किया जा रहा है कि अति शीघ्र निगम आयुक्त के उपर कार्रवाई की जाए।
सिंगरौली, राघवेन्द्र सिंह गहरवार