Tikamgarh News : मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से बड़ी खबर सामने आई है। जिसके बाद नगर पालिका में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल, नगर पालिका परिषद में राजस्व निरीक्षक द्वारा CMO का फर्जी हस्ताक्षर किया गया था। जब इस बात की जानकारी मिली तो मामले में पूछताछ और जांच पड़ताल की गई। जिसमें पूरा आदेश फर्जी पाया गया। जिसके बाद सीएमओ गीता मांझी ने राजस्व निरीक्षक से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। वहीं, तय सीमा समय में जवाब नहीं देने पर एक पक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी है। आइए विस्तार से जानते हैं मामला…
कैसे हुआ खुलासा?
दरअसल, मामले का खुलासा तब हुआ जब विजय वाल्मीकि को यह आदेश मिला। जिसके बाद उन्होंने इस बारे में सीएमओ गीता मांझी से पूछा। तब सीएमओ ने इस बात से इंकार कर दिया। तब जाकर पता लगा कि यह आदेश पूरी तरह से फर्जी है। बता दें कि आदेश में कर्मचारी विजय वाल्मीकि को काम के साथ अहमद खान के स्थान पर प्रभारी हवलदार का काम करने का भी निर्देश जारी किया गया था।
जवाब ना देने पर किया जाएगा निलंबित
फिलहाल, राजस्व निरीक्षक दिलीप पाठक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। आदेश का पालन ना करने पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा। साथ ही उस नोटिस में सीएमओ ने यह भी कहा है कि फर्जी हस्ताक्षर बनाना किसी भी दस्तावेज या साक्ष्य को धोखे से बदलना और अनधिकृत तरीके से दूसरे की पहचान या हस्ताक्षर का इस्तेमाल करना होता है। यह कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर अपराध माना जाता है और इसमें कठिन दंडात्मक कार्रवाई हो सकती है।