निवाड़ी, मयंक दुबे। निवाड़ी (Niwari) में पुलिस को अंतरराज्यीय लूट गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है। कोरोना काल में लूट (Robbery) की वारदात को अंजाम दे रहे एक शातिर गिरोह के चार सदस्यों को निवाड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से तकरीबन दस लाख का सामान बरामद किया है। यह गिरोह कोरोना काल में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अलग-अलग इलाकों में वारदातों को अंजाम दे रहा था, ख़ासकर यह गिरोह दंपत्ति को अपना निशाना बनाता था।
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एसपी आलोक कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने गिरोह के सभी आरोपियों को उत्तरप्रदेश के झांसी, बरुआसागर, उरई और मऊरानीपुर से गिरफ्तार किया है। दरअसल यह गिरोह मध्यप्रदेश की निवाड़ी पुलिस के हत्थे तब चढ़ा जब बीती 7 मई की रात लगभग 8:00 बजे इस गिरोह ने पृथ्वीपुर के गोपालपुरा तिगैला पर मंजूरी यादव व उनकी पत्नी के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया और उनकी मोटरसाइकिल व महिला का मंगलसूत्र लेकर फरार हो गए, जिसके कुछ ही देर बाद रात दस बजे समीपवर्ती उत्तरप्रदेश के कटेरा में भी चार लड़कों ने इसी तरह कट्टा लगाकर मोटरसाइकिल व पैसे लूटे और फिर अगले दिन 8 जून को टीकमगढ़ के चंदेरा में एक और दंपति को निशाना बनाते हुए मंगलसूत्र व बाईक छीनी ले गए । कोरोना काल मे पिछले 24 घंटे में निवाड़ी-टीकमगढ़ व पास में सटे यूपी के इलाके इस तरह लूट की वारदातें पुलिस के लिए चिंता की लकीरें बढ़ा रही थी लेकिन सभी वारदातों में लूट का तरीका एक जैसा था, पहले पीछे से बाइक सवार पर डंडे से हमला और फिर उसके साथ लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया जाता और आरोपियों की संख्या भी कुछ चार-पांच होती, जो हर बार लगभग एक जैसी थी। जिसके बाद पुलिस को शक हुआ और छानबीन चालू की।
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इस तरह पकड़ाए आरोपी
एसपी आलोक कुमार सिंह ने अपने मुखबिर तंत्र को तेज करते हुए पृथ्वीपुर एसडीओपी संतोष पटेल को जिले व आसपास के यूपी के कुछ मुख्य लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों की लिस्ट व धरपकड़ करने के निर्देश दिए, तो निवाड़ी जिले के सोरका निवासी मिथुन रजक जो पूर्व में भी इस तरह की वारदातों में लिप्त रहा है उसपर शक हुआ वही पुलिस को मुखबिर से यह सूचना पहले ही मिल गई थी कि पृथ्वीपुर में हुई लूट के बाद से मिथुन गांव में नहीं है, ऐसे में उसकी तलाश की गई तो वह बरुवासागर में मिला जिसके बाद वहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। और फिर क्या था कड़ी पूछताछ के बाद मिथुन से इन वारदातों का सच पता लगाने में पुलिस को ज्यादा देर नही लगी और उसने उनके साथी अनुज यादव, राहुल ,करन यादव ,रितिक रजक का मिलना होना भी बताया जिसके बाद पुलिस ने सभी को एमपी व यूपी के अलग अलग इलाको से पहले तो गिरफ्तार कर लिया साथ ही लूटी गई कार बाइक व मंगलसूत्र भी बरामद कर लिए। पुलिस की माने तो इस अंतरराज्यीय गिरोह का एक सदस्य अब भी फरार है वही पूछताछ में कुछ अन्य एमपी व यूपी के इलाकों की लूट की घटनाओं का खुलासा हो सकता है।