टीकमगढ़।आमिर खान। अवैध रेत माफियाओं (Illegal Sand Mafia) पर शासन के निर्देश के बाद टीकमगढ़ पुलिस कप्तान (Tikamgarh SP) ने अपना सिंघम वाला रूप दिखाया और टीकमगढ़ में पदभार संभालने के बाद से नकेल कस रखी है। उनके निर्देश के बाद जिले भर में अवैध रेत माफियाओं पर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्यवाही कर डाली अब तक पुलिस ने रेत चोरी के मामलों में 132 लोगों को जेल भेजा और 105 वाहन जब्त किए हैं, जिनमें रेत उत्खनन करने वाली मशीनें भी शामिल हैं। एसपी प्रशांत खरे (SP Prashant Khare) की कार्यवाही के बाद से ही रेत माफियाओं में पुलिस के प्रति एक भय का माहौल व्याप्त है व हड़कंप मचा हुआ है।
टीकमगढ़ जिले में प्रशांत खरे ने पदभार संभालने के बाद यह स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि जिले में कहीं भी अवैध रेत माफिया सक्रिय नहीं रहना चाहिए। इसी निर्देश के बाद जिले का पुलिस महकमा जागा और कप्तान के निर्देश के बाद सभी थानों में ऐसी कार्यवाहियों पर जोर दिया गया और उसका परिणाम निकलकर सामने आया। जिले के पलेरा, चंदेरा, लिधौरा, कोतवाली, देहात, बड़ागांव, बल्देवगढ़ सहित 14 थानों में पुलिस ने अपनी टीमें बनाकर ऐसी कार्यवाहियों को अंजाम दिया। कार्यवाही के बाद पुलिस पर भी तमाम तरह के सवाल रेत माफियाओं ने खड़े किए, किन्तु उनकी एक न चली। क्योंकि यह कार्यवाहियां पुलिस कप्तान प्रशांत खरे के निर्देश के बाद की गई थी। इस दौरान देखने में यह भी आया कि कुछ रेत से जुड़े माफियाओं ने अपने अवैध कार्य को संचालित करने के लिए पुलिस पर दबाव बनाने की भी कोशिश की और एसपी तक झूठी शिकायतें कराई, लेकिन शायद इन माफियाओं को यह जानकारी नहीं थी कि यह सभी कार्यवाहियां पारदर्शिता के साथ पुलिस कप्तान की जानकारी में की जा रही हैं। फिलहाल तमाम आरोपों के बाद भी सभी थानेदार अपने पुलिस कप्तान के निर्देश पर खरे उतरे और उन्होंने रेत माफियाओं पर शिकंजा कसने का काम किया।
इनका कहना
अवैध रेत माफिया हों या फिर अवैध कारोबार करने वाले इन सभी पर कानून की नजर रहती है। इसी तरह अवैध रेत माफियाओं के विरूद्ध की गई कार्यवाहियों में हमारे जिले के थानों में पदस्थ सभी जाबांजों ने शिकंजा कसने का काम किया है। मै उम्मीद करता हूं कि वह इसी तरह अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए पुलिस की नौकरी का कर्तव्य निभाएं।
प्रशांत खरे, पुलिस कप्तान, टीकमगढ़