अपात्र व्यक्ति को कैसे मिली प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि

Amit Sengar
Published on -

टीकमगढ़,आमिर खान। संयुक्त कार्यालय टीकमगढ़ (Tikamgarh) से महज 6 किलोमीटर दूर स्थित गोपालपुरा ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़ा किये जाने का मामला सामने आया है, ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने मिलकर पन्ना कुशवाहा का आवास स्वीकृत हुआ, मगर इसकी 1 लाख 35 हजार रुपए की स्वीकृत राशि इसी नाम के दूसरे व्यक्ति के खाते में डलवा दी, जबकि उस व्यक्ति के नाम पहले से ही मकान है और पन्ना पाल अपात्र है उसका प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में नाम नहीं है, अब इस मामले की लिखित शिकायत टीकमगढ़ कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी के पास गांव के ही दिलीप सिंह ने की है।

यह भी पढ़े…UTET Result : उत्तराखंड टीईटी का रिजल्ट हुआ जारी, ऐसे चेक करें

अपात्र व्यक्ति को कैसे मिली प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि

दरअसल ग्राम पंचायत गोपालपुरा अपने भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों को लेकर अक्सर विवादों और सुर्खियों में रहती है, शिकायतकर्ता दिलीप सिंह ने बताया कि गांव के गरीब व्यक्ति पन्ना कुशवाहा पत्नी दुर्जी कुशवाहा ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था, इसका सर्वे होने के बाद नाम भी आवास सूची में जुड़ गया था, लेकिन गांव के सरपंच हीरा-रमेश यादव, सचिव रामदास अहिरवार और रोजगार सहायक रिंकू कुशवाहा ने पन्ना कुशवाहा की स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि फर्जीवाड़ा कर पन्ना पाल के खाते में डलवाई है, जो कि एक बड़ी अनियमितता है।

यह भी पढ़े…शिवराज सरकार की बड़ी तैयारी, 2671 करोड़ 69 लाख 32 हजार की स्वीकृति, 8 जिलों को मिलेगा लाभ

अपात्र व्यक्ति को कैसे मिली प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि

इस मामले की शिकायत दिलीप सिंह ने कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक भेजी है, दिलीप ने बताया कि इतना ही नहीं पन्ना कुशवाहा का आवास होने के बाद वह राशि पन्ना पाल के खाते में डालकर उसे कंपलीट कर दिया गया, फिलहाल इस मामले की शिकायत होने के बाद अब प्रशासनिक अधिकारी जांच कर कार्यवाही की बात कह रहे हैं।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News