Deendayal Rasoi Yojana: उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित किए जाने वाले अन्य क्षेत्र में एक बार फिर दीनदयाल योजना के तहत भोजन तैयार कर शहर के पांच वितरण केंद्रों तक भेजा जाना शुरू कर दिया गया है। 28 सितंबर 2022 से शुरू हुई इस योजना पर 9 महीने से रोक लगी हुई थी, जिसके बाद अभी से फिर से शुरू कर दिया गया है।
फिर शुरू हुई दीनदयाल रसोई
शासन द्वारा शहर में गरीबों के लिए चलाई जाने वाली दीनदयाल रसोई योजना को फिर से शुरू कर दिया गया है। इस बार भी भोजन बनाने की जिम्मेदारी श्री महाकालेश्वर अन्न क्षेत्र को दी गई है, जिसकी शुरुआत 13 जुलाई से कर दी गई है।
यहां पर लगभग 1000 लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता है। जिसमें सब्जी, रोटी, दाल, चावल तैयार कर सुबह 11:30 बजे नरसिंह घाट, नानाखेड़ा, फाजलपुरा, घास मंडी और जिला अस्पताल नगर निगम के वाहनों के माध्यम से पहुंचाया जाता है।
सावन के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने के चलते अन्य क्षेत्र में सिर्फ फलाहार बनाया जाता है इसके चलते सोमवार को यह भोजन नहीं पहुंचाया जाता। मंगलवार से रविवार तक यह क्रम जारी रहता है। कंटेनर की मदद से इन्हें रसोई केंद्रों तक पहुंचाया जाता है।
निःशुल्क भोजन बनाती है समिति
श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति अन्नक्षेत्र को सितंबर 2022 से भोजन बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। 15 जून 2023 तक ये योजना सुचारू रूप से जारी थी। योजना के तहत खाद्य विभाग द्वारा मंदिर समिति को 50 क्विंटल गेहूं और 50 क्विंटल चावल दान दिए जाने थे। जिसे लेने से मंदिर समिति ने इंकार कर दिया। भोजन तैयार करने के एवज में कोई राशि भी नहीं ली जाती है। शासन द्वारा इस योजना के लिए 10 रुपए योगदान दिया जाता है और हितग्राही से 5 रुपए लिए जाते हैं।