उज्जैन।अर्पण कुमार। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ़ उज्जैन मे भी दिल्ली के शाहीनबाग की तर्ज पर आंदोलन शुक्रवार को शुरू हो गया है। बेगमबाग में शुरू हुए इस आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष जुड़ रहे है।
जैसा कि आप जानते है कि शाहीन बाग में करीब 40 दिन से आंदोलन चल रहा है- बल्कि वह लोकतांत्रिक विरोध-प्रदर्शन को एक नई गरिमा, नई कलात्मकता, नई ऊंचाई और नई जनतांत्रिकता दे रहा है। कविता, संगीत, चित्रकला, नाटक सब इस आंदोलन की जान हैं. दूर-दूर से लोग यहां बस यह देखने आ रहे हैं कि विरोध प्रदर्शन कितना खूबसूरत हो सकता है । दूर-दराज के इलाक़ों में शाहीन बाग बनाने की कोशिश हो रही है, इसी क्रम में विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नगरी उज्जैन में भी एनआरसी, सीएए, सीएबी के खिलाफ़ स्थानीय नागरिक अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे है। शुक्रवार को बेगमबाग में उपस्थित प्रदर्शनकारियो को सीपीएम नेता जितेंद्र सेंगर व कई और स्थानीय मुस्लिम नेताओं ने संबोधित किया। प्रदर्शनकारियों की माने तो यह प्रदर्शन अनिश्चितकाल के लिए बुलाया गया है । शुक्रवार को दिन में प्रदर्शनकारियों की संख्या आंदोलन स्थल पर लगभग 1000 थी पर रात्रि में संख्या में कमी आयी है ।
मंच पर “हम भारत के लोग” का बेनर लगा है, जो यह दर्शाता है कि यह प्रदर्शन संविधान की मूल भावना से ओतप्रोत है।
आपको ज्ञात होगा कि अभी कुछ दिन पूर्व ही नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष में भाजपा ने उज्जैन में एक बड़ी रैली की थी। ऐसे में सीएए के विरोध में उज्जैन में यह प्रदर्शन कितना ज़ोर पकड़ता है यह देखना दिलचस्प होगा।
वैसे प्रदेश के कई शहरों में उक्त कानून के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो रहे है, खैर कांग्रेस की कमलनाथ सरकार केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए बिल के विरोध में है व इसे लागू करने से भी मना कर चुकी है ।
उज्जैन में हो रहे प्रदर्शन में सीपीएम नेता कन्हैया कुमार व भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर के आने की चर्चाएं भी जोरो पर है। देखना है कि उक्त प्रदर्शन कब तक जारी रहता है ।