Ujjain News: उज्जैन में 1 जून को जबसे आंधी तूफान आया है उसके बाद से शहर की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। कंपनी के सारे सिस्टम फेल हो गए हैं और शहर वासी लाइट संबंधित परेशानियों का सामना कर रहे हैं। बिजली बंद होने की समस्या के चलते कंपनी द्वारा सभी जोन के अधिकारियों के नंबर जारी किए गए हैं ताकि उपभोक्ता सीधे संपर्क कर विद्युत संबंधी शिकायत दर्ज करवा सके और उनकी समस्या का निराकरण हो सके। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही ऐसी है कि वह शहरवासियों के फोन उठाना भी ठीक नहीं समझते।
Ujjain निवासी परेशान अधिकारी अनजान
शहरवासियों को 24 घंटा बिजली उपलब्ध कराने की ड्यूटी सभी अधिकारियों को दी गई है। बिजली कंपनी के 9 जोन के प्रभारियों के अलावा सहायक यंत्री और कनिष्ठ यंत्री समेत 21 जिम्मेदार अधिकारियों के नंबर जारी किए गए हैं।
इसके बावजूद भी बीती रात शहर के कई इलाकों में बिजली गुल की समस्या देखी गई और अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भागते दिखाई दिए। इंदौर रोड इलाके में इंसुलेटर में समस्या जाने के कारण बिजली गुल हो गई जिस वजह से सिद्धि विहार, त्रिवेणी विहार, सनराइज सिटी, प्रीति परिसर समेत 9 कॉलोनियों की बिजली गुल हो गई। रात 1.45 बजे यह समस्या हुई तो लोगों ने जोन अधिकारी से लेकर उच्चदाब मेंटेनेंस अधिकारी और कार्यपालन यंत्री से संपर्क करना चाहा लेकिन किसी ने भी फोन उठाना ठीक नहीं समझा और उधर विद्युत कंपनी का अमला फॉल्ट ढूंढने में लगा रहा।
शहर के आगर रोड इलाके में भी यही समस्या देखी गई। रात 11 बजे के करीब सबसे पहले एक फेज बंद होने के बाद वोल्टेज की समस्या हुई और धीरे-धीरे बिजली पूरी तरह से बंद हो गई। इसके चलते महेश नगर, पटेल नगर, श्री राम कॉलोनी, कमल कॉलोनी समेत कई कॉलोनी के रहवासी बिजली बिल की समस्या से परेशान होते रहे। देर रात बिजली फिर से सुचारू रूप से चालू हुई लेकिन अगर रोड के कई इलाके में सुबह से एक बार फिर वोल्टेज की कमी की समस्या देखी जा रही है। यही हाल मक्सी रोड तथा अन्य इलाकों में भी देखा जा रहा है और शहर के कई क्षेत्रों में लोग बिजली गुल की समस्या से परेशान हैं।
अधिकारियों को नहीं रहती सूचना
बीती रात जब शहर भर में बिजली बंद की समस्या देखी जा रही थी। ऐसे में महानंदा जोन के अधिकारी ने रात भर दो उपभोक्ताओं का फोन नहीं उठाया और दूसरे दिन फोन कर वह पूछ रहे थे कि क्या समस्या हो गई थी। वो यह भी नहीं जानते थे कि रात में क्षेत्र के निवासी 2 घंटे तक बिजली गुल की समस्या से परेशान थे। जिससे ये जाहिर है कि कंपनी के अमले द्वारा जोन अधिकारी को बिजली गुल या फॉल्ट की जानकारी नहीं दी जाती है।