Ujjain News : महाकाल की नगरी उज्जैन से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जहां पार्किंग के नाम पर गुंडागर्दी करने वाले राजा भाटी के अवैध कब्जों और निर्माण पर जेसीबी चलाई गई। दरअसल, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा की टीम ने मुंबई से आए यात्रियों से मारपीट करने के मामले में एक्शन लिया है। बता दें कि यह कार्रवाई घटना के कुछ ही घंटों के अंदर की गई है, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। आइए विस्तार से जानते हैं यहां…
9 लोग हुए घायल
दरअसल, मामला उज्जैन में स्थित बाबा काल भैरव के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं का है। जब मुंबई से आए भक्तों के साथ मंदिर के बाहर पार्किंग के नाम पर मारपीट की गई थी। इस दौरान 9 लोग घायल हुए थे, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिसके सिर पर लोहे की रोड से हमला किया गया था। फिलहाल, सभी का जिला अस्पताल में इलाज जारी है।
पुलिस से मिली ये जानकारी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, घायलों की पहचान अमरदीप भटटाचार्य (सुप्रीम कोर्ट के वकील घायल), ऋषिकेश (हाईकोर्ट का वकील), इशिता, अमरदीप, युवराज, अनुपमा, जीत, नेत्रा और शेजल के रुप में की गई है जोकि मुंबई, महाराष्ट्र में बोरीवली वेस्ट के रहने वाले हैं। दरअसल, सभी एक ही परिवार के हैं, जो बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद काल भैरव मंदिर पहुंचे थे। तभी इस वारदात को अंजाम दिया गया।
इस बात को लेकर हुआ विवाद
मामले को लेकर परिवार के सदस्य शेजल भट्टाचार्य ने कहा वह काल भैरव मंदिर में दर्शन के लिए गए थे। वहां मंदिर के बाहर फुल-प्रसाद बेचने वालों में से एक व्यक्ति राजा ने पहले विवाद का माहौल बनाया। फिर पार्किंग में गाड़ी लगाने के बाद उसने जबरदस्ती फूल और प्रसाद देने की कोशिश की और कहा कि यहां गाड़ी लगाई है, तो यहीं से प्रसाद लेना पड़ेगा। जब प्रसाद नहीं लिया गया, तो जबरदस्ती गाड़ी में प्रसाद फेंक दिया और 200 रुपये मांगने लगे। साथ ही ड्राइवर कमल कुमार को डराया धमकाया। जिसके बाद गाड़ी को करीब 60 से 70 लोगों ने घेर लिया और हमला कर दिया। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने बच्चियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ भी की।
साथ ही घायल परिजनों का यह भी कहना है कि घटना के वक्त उन्होंने डायल 100 पर भी कॉल किया, लेकिन उनकी तरफ से तत्काल कोई मदद नहीं मिल पाई। हालांकि, मंदिर परिसर में तैनात एक पुलिसकर्मी ने उनकी मदद की और उन लोगों के बीच से बाहर निकाला।