उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP ) में कोरोना के बाद 1 सितंबर से स्कूलों (schools) को खोला गया। जिसके बाद आपने स्कूल में बढ़ी हुई फीस, स्कूल की लापरवाही से लेकर निजी स्कूलों की मनमानी की खबरें सुनी होंगी। लेकिन उज्जैन (Ujjain) में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों में महज सीट को लेकर विवाद हो गया। इतना ही नहीं एक छात्र ने दूसरे पर चाकू (Knife) से जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद छात्र बुरी तरह घायल हो गया और उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
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मामला उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास स्थित महाराजवाड़ा स्कूल (Maharajwada School) का है। जहां कक्षा 9वी में पढ़ने वाले फरान और कार्तिक में कुर्सी पर बैठने की बात को लेकर विवाद हो गया। वहीं विवाद इतना बढ़ गया कि बात मारा पीटी पर आ गई। जिसके बाद गुस्साए कार्तिक ने फरान के ऊपर चाकू से हमला कर दिया।
स्कूल स्टाफ पर लगाए आरोप
फरान के चाचा भूरा खान ने बताया कि महाराज वाडा में मेरा भतीजा पड़ता है। वहीं जब यह क्लास के अंदर था तो स्कूल के प्रबंधक के होते हुए उसे चाकू मारे गए हैं। जब यह सब हो रहा था तब स्कूल का स्टाफ कहां था और क्या कर रहा था। फरहान के चाचा भूरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन ने मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की है। स्कूल में शिक्षा दी जा रही है या चाकूबाजी सिखाई जा रही है। हमारी मांग है कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई हो।
इधर, घायल फरहान ने बताया कि क्लास में बेंच पर बैठे को मैंने कार्तिक और उसके साथियों को मना किया था। जिसके बाद उन लोगों ने मेरा बैग फेंक दिया। जब इसकी शिकायत जब मैंने शिक्षक से की तो उन्होंने मुझे क्लास में जाने को कहा और जैसे ही मैं क्लास से आया तो कार्तिक के पास दो बड़े बड़े चाकू थे। उसने मेरी जान और मेरे कंधे पर चाकू से वार किया।
वहीं एक सवाल यह भी उठता है कि स्कूल में मास्क से लेकर बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए हर तरह की चेकिंग की जाती है। जहां कुछ स्कूलों में फोन ले जाने तक की इजाजत नहीं है तो वहां छात्रों ने स्कूल के अंदर इस तरह के धारदार हथियार कैसे ले गए। फिलहाल पुलिस ने आईपीसी धारा 324 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।