उज्जैन।
मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में आज सुबह बुधवार को लोकायुक्त ने बड़ी छापेमार कार्रवाई की है। टीम ने सहकारिता निरीक्षक निर्मल राय के यहां छापा मारा है। छापे के दौरान 10 लाख रुपये से अधिक कैश, एक कार, चार मोटरसाइकिल और संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। राय सहकारिता निरीक्षक के साथ-साथ सहकारिता प्रबंधक के रूप में भी काम कर रहे थे। इसके अलावा 1981 में नौकरी पर लगे राय को अब तक सरकार की ओर से वेतन के रूप में 80 लाख के करीब मिले होंगे, लेकिन दबिश में इससे कई गुना ज्यादा संपत्ति का पता चला है।
मिली जानकारी के अनुसार, उज्जैन में सहकारी अधिकारी निर्मल राय के आवास और फार्म हाउस पर बुधवार को लोकायुक्त ने छापा मारा। छापे के दौरान 10 लाख रुपये से अधिक कैश, एक कार, चार मोटरसाइकिल और संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं।लोकायुक्त पुलिस ने आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में सहकारिता निरीक्षक निर्मल राय और इनकी पत्नी के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम की दो धाराओं में प्रकरण दर्ज करके यह कार्यवाही शुरू की है ।फिलहाल सहकारिता निरीक्षक निर्मल राय के सेठी नगर इस्थित घर और दुकान सहित चार स्थानों पर छापे के तहत सर्चिंग की जा रही है। जांच में बडी बेनामी संपत्ति का खुलासा हो सकता है।फिलहाल कार्यवाही जारी है।
लोकायुक्त इंस्पेक्टर बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि हमें सहकारिता निरीक्षक निर्मल राय के पास से काफी बेनामी संपत्ति होने की सूचना मिली थी। जांच के बाद अलग-अलग दो टीमों ने बुधवार सुबह राय के घर और बेटे के ऑफिस पर एक साथ दबिश दी। एक टीम राय के सेठी नगर स्थित बंगले पर सर्चिंग के लिए पहुंची तो उसकी भव्यता देख चौंक गई। पूरे बंगले को रॉयल लुक दिया गया था। यहां सर्चिंग में टीम को अलमारी से सवा 10 लाख रुपए नकद, लक्जरी कार, चार टू व्हीलर, इंदौर में एक फ्लैट, दो प्लाॅट, जमीन के दस्तावेज, बेटे के नाम से एक ऑफिस, लाखों की ज्वेलरी, दो बैंक लॉकर सहित कई बैंक खातों की जानकारी मिली है।