Mahashivratri Mahakal Darshan: उज्जैन (Ujjain) में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाने वाला है। महाशिवरात्रि से 9 दिनों पहले यहां शिव नवरात्रि का पर्व शुरू हो जाएगा। 9 दिनों तक भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की अलग-अलग झांकियां मंदिर परिसर में सजाई जाएंगी। इस समय मंदिर में श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ जाती है। इसी को देखते हुए मंदिर समिति की ओर से सुगम दर्शन व्यवस्था बनाए जाने के लिए चर्चा की गई है।
महाशिवरात्रि पर महाकाल दर्शन
महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालुओं को सुगम तरीके से दर्शन करवाने के लिए व्यवस्था तैयार कर ली गई है। व्यवस्था के तहत प्रवेश और निर्गम द्वार पर जूता चप्पल स्टैंड उपलब्ध करवाया जाएगा। मंदिर में चलने वाली शीघ्र दर्शन व्यवस्था को इस दिन के लिए बंद रखा जाएगा। आने वाली भीड़ का अंदाजा लगाते हुए मंदिर परिसर में लंबी बैरिकेडिंग की जाएगी। जिसके लिए 7000 मीटर लंबाई के बैरिकेड्स की व्यवस्था कर ली गई है। जरूरत के अन्य सामान आसपास के जिलों से मंगवाए जा रहे हैं।
पेयजल व्यवस्था होगी निशुल्क
मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वैसे तो पेयजल स्टैंड लगाए जाते हैं ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए 250 मिली पानी की बोतल निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। गर्मी के चलते श्रद्धालुओं के पैर ना जले इसके लिए यहां पर कारपेट भी बिछाया जाएगा।
हटाया जाएगा अतिक्रमण
कलेक्टर ने आज प्रशासनिक अधिकारियों और मंदिर समिति के अधिकारियों के साथ बैठक की है। बैठक में मंदिर के आसपास के क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी नगर निगम के अधिकारियों को दिए गए हैं। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दिशा सूचक बोर्ड और फायर स्टेशन की व्यवस्था किए जाने की बात भी कही गई है। मीडिया के लिए अस्थाई सेंटर भी बनाया जाएगा इसके अलावा एलईडी और सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जाएगी। शिवरात्रि की तैयारियों को लेकर आयोजित की गई इस बैठक में पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल, समिति के सदस्य प्रदीप गुरु राजेंद्र गुरु, श्रीराम गुरु समेत एसडीएम संतोष टैगोर, मंदिर प्रशासक संदीप सोनी स्मार्ट सिटी के सीईओ आशीष पाठक सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान सभी ने अपने अपने विचार व्यवस्था को लेकर व्यक्त किए और उन पर चर्चा करते हुए सुगम दर्शन व्यवस्था बनाए जाने का प्लान बनाया गया।