Ujjain News Today: उज्जैन में केडी गेट से लेकर इमली तिराहा तक चौड़ीकरण किया जाने वाला है। इसके लिए प्रशासन ने अपना काम शुरू कर दिया है लेकिन जनता भी विरोध में उतर गई है। बता दें कि चौड़ीकरण बिना किसी मुआवजे के प्रभावितों को भरोसे में लेकर किया जा रहा है। यही वजह है कि क्षेत्र वासियों ने कांग्रेसियों के साथ बैठक कर अब इसका विरोध करना शुरू कर दिया है।
विरोध में उतरे रहवासियों का कहना है कि महाकाल क्षेत्र और kamri मार्ग समेत जो भी चौड़ीकरण का काम शहर भर में हुआ है। वहां पर प्रभावितों को मुआवजा दिया गया है, लेकिन इस मार्ग पर किए जा रहे चौड़ीकरण में मुआवजा क्यों नहीं दिया जा रहा है? भाजपा इस तरह से लोगों के बीच भेदभाव क्यों कर रही है।
Ujjain में चौड़ीकरण का विरोध
विरोध को लेकर सुबह धान मंडी स्कूल परिसर में एक बैठक आयोजित की गई और कहा गया कि भाजपा ही अगर मुआवजे की स्वीकृति दिए बिना मार्ग चौड़ीकरण के लिए भूमि पूजन करती है, तो मौके का घेराव कर इसका विरोध किया जाएगा।
इस दौरान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रवि भदौरिया उपस्थित थे और उन्होंने कहा कि विकट परिस्थितियों में क्षेत्र वासियों के साथ कांग्रेस खड़ी हुई है। इस बारे में नेता प्रतिपक्ष रवि राय का कहना है कि कांग्रेस पार्षद दल ने निगम महापौर को पत्र सौंपा था और बगैर मुआवजे के चौड़ीकरण न करने की अपील की थी। उन्होंने भी इस बात का आश्वासन दिया था, लेकिन अब सब कुछ झूठा साबित हो रहा है।
आगे आएं रहवासी
क्षेत्रवासियों के समर्थन में उतरे कांग्रेसियों का कहना है कि हम सब आप लोगों के साथ खड़े हुए हैं। लेकिन सबसे जरूरी बात यह है कि अपने हक के लिए आप लोगों को आगे आना होगा। इस मामले में क्षेत्रीय पार्षद सपना सांखला ने कहा कि शहर में हो रहे विकास और चौड़ीकरण का विरोध नहीं किया जा रहा है बल्कि बिना मुआवजे के किया जा रहे हैं चौड़ीकरण के विरोध में क्षेत्रवासियों के साथ खड़े हुए हैं।
बता दे कि जो चौड़ीकरण किया जा रहा है उसमें से कुछ लोगों के पूरे और कुछ के आधे से ज्यादा मकान प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में आने वाले समय में रहिवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है इसलिए सरकार से मुआवजे की मांग की जा रही है। क्योंकि अगर लोगों के पास भूमि नहीं बचती है, तो वो अपने रहने की व्यवस्था कहीं और कर सकेंगे।
कांग्रेस और रहवासियों ने ये साफ कर दिया है कि अगर बिना मुआवजे के ऐलान के भूमि पूजन किया जाता है और काम शुरू किया जाता है, तो इसका विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान मौके पर जो भी स्थिति बनती है उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।