Mahakal Bhakt Niwas: महाकालेश्वर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए भक्त निवास का निर्माण किया जा रहा है। ये परिसर कुल 16 ब्लॉक्स में तैयार किया जाने वाला है, जिसमें दानदाताओं के माध्यम से जुटाई गई राशि से निर्माण कार्य किया जाएगा। अब इसके लिए प्रशासन ने नई व्यवस्था शुरू की है जिसके अंतर्गत दानदाता चाहे तो एक कमरे के लिए 10 लाख की राशि दे सकते हैं या फिर पूरे ब्लॉक को तैयार करने की जिम्मेदारी उठा सकते हैं।
ऑनलाइन होगी कक्ष और पार्किंग बुकिंग
भक्त निवास के लिए महाकाल मंदिर समिति द्वारा ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। जो भी श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए पहुंचेंगे वह कार्यालय में बुकिंग करने के अलावा ऑनलाइन माध्यम से भी कक्ष की बुकिंग कर सकते हैं और आवंटित की गई पार्किंग में अपने वाहन खड़े कर सीधा बुक किए गए कक्ष में प्रवेश ले सकते हैं। इस तरह से महाकाल मंदिर प्रदेश का पहला ऐसा मंदिर बन जाएगा जहां पर ऑनलाइन बुकिंग के जरिए रूम और पार्किंग बुक की जा सकेगी।
सुविधाजनक होगा भक्त निवास
18.65 एकड़ जमीन पर बनाए जा रहे श्री महाकालेश्वर भक्त निवास परिसर को लगभग 550 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। यहां 2000 कमरे तैयार किए जाएंगे। इसके साथ यहां स्वागत कक्ष, प्रतीक्षालय, बैठक कक्ष और बुकिंग काउंटर भी उपलब्ध करवाया जाएगा और पार्किंग व्यवस्था भी रहेगी। 16 ब्लॉक में तैयार किया जा रहे हैं इस परिसर में हर ब्लॉक में 120 कक्ष तैयार किए जाएंगे और एक डाइनिंग हॉल भी होगा जिसमें एक साथ 100 व्यक्ति बैठ सकेंगे।
यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा तो मिलेगी ही लेकिन स्थानीय लोग रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त कर सकेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि इस परिसर में कुल 40 दुकान और रेस्टोरेंट खोले जाएंगे, जहां से यात्री अपने खाने पीने की जरूरत को पूरा कर सकेंगे। भक्त निवास तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु चाहे तो स्टेशन से ई-व्हीकल की सुविधा ले सकते हैं। वहीं मंदिर तक जाने के लिए भी ई-शटल बस उपलब्ध रहेगी। भक्त निवास से मंदिर तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को केवल 10 मिनट का समय लगेगा।
मिलेगी ये सुविधाएं
2000 कमरों के हिसाब से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए भक्त निवास परिसर में उचित पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी। इस परिसर भूतल में दो पहिया वाहन के साथ 1000 कार और 30 बस खड़ी करने जितनी पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। ये सभी पार्किंग अलग-अलग होगी। इसके अलावा श्रद्धालुओं को यहां हरियाली युक्त वातावरण मिलेगा। साथ ही साफ सफाई का विशेष ध्यान रखते हुए इसे जीरो वेस्ट परिसर के तौर पर तैयार किया जाएगा। ये नो व्हीकल जोन होगा, जहां सिर्फ आने वाले श्रद्धालुओं की गाड़ियां ही पार्किंग में पार्क हो सकेगी।