उज्जैन।
लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस ने बागियों के बाद भीतरघातियों पर लगाम लगाने का मन बना लिया है। इसके लिए शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी ने सात सदस्यीय अनुशासन समिति गठित की है।वहीं उत्तर विधानसभा चुनाव संचालक बृजमोहन गेहलोत ने भी उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लिए पृथक से जांच दल गठित किया है। जो भीतरघातियों की रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए प्रदेश कांग्रेस को भेजेगी। इसके पीछे कांग्रेस का उद्देश्य उन नेताओं को सबक सिखाना है जो पार्टी में रहकर पार्टी से गद्दारी करने की कोशिश कर रहे है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव में शहर की दोनों ही सीट उज्जैन व दक्षिण पर कांग्रेस के नेता बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े हैं। कांग्रेस को आशंका है कि बागियों के अलावा भी कुछ कांग्रेसियों ने भीतरघात या अनुशासनहीनता की है। कुछ एेसे कार्यकर्ता भी हो सकते हैं जिन्होंने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को छोड़ बागी या अन्य दल के प्रत्याशी की मदद की हो। एेसे में कांग्रेस ने अब एेसे भीतरघातियों की पहचान उजागर करने और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला किया है।
दो अलग अलग टीमे करेंगी रिपोर्ट तैयार
शहर के कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी ने भीतरघात व अनुशासनहीनता करने वालों की पहचान के लिए अनुशासन समिति गठित की है। इसमें पूर्व सांसद सत्यनारायन पंवार, प्रदेश कांग्रेस सचिव चेतन यादव, पूर्व पार्षद कैलाश बिसेन, विवेक यादव, शाकिर हुसैन खालवाले, आनंद मीणा और जितेंद्र तिलकर को शामिल किया है।वहीं उत्तर विधानसभा चुनाव संचालक बृजमोहन गेहलोत ने भी उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लिए पृथक से जांच दल गठित किया है।इस दल में राजहुजूरसिंह गौर, आजाद यादव, अनंतनारायण मीणा, सुल्तानशाह लाला व रवि राय को शामिल किया गया है। अनुशासन समिति विस्तृत समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार करके कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेगी। इसके आधार पर कार्रवाई के लिए अपनी अनुशंसा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजेंगे।