उज्जैन।
मध्यप्रदेश में आजकल नेताओं के नाम पर ठगी के मामले एक के बाद सामने आ रहे है।ताजा मामला उज्जैन से सामने आया है, जहां पुलिस ने ऐसे दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है जो खुद को सांसद और उनका पीए बताकर लोगों से बात करते थे और पैसे ऐंठ लिया करते थे। अबतक इन लोगों ने करीब 20 लोगों को अपना शिकार बनाया है और लाखों रुपए की ठगी की है।पुलिस दोनों से ठगी की राशि जब्त करने में जुटी है।
दरअसल, भागीरथ पिता मोहनलाल बाथम निवासी तिरुपति गोल्ड का मछली का कारोबार है। बाथम की तीन वर्षीय पुत्री का सिर बड़ा है, जिसका ऑपरेशन किया जाना है। बाथम उपचार को लेकर परेशान था।इसी दौरान उसका दोस्त रोहित शर्मा निवासी पिंग्लेश्वर करीब डेढ़ साल पूर्व बाथम के घर आया था। बाथम की पुत्री को देखकर उसने झांसा दिया था कि वह मुख्यमंत्री सहायता कोष से करीब 15 लाख रुपए दिलवा देगा और फिर उसका ऑपरेशन आसानी से हो जाएगा। शर्मा ने अपने दोस्त सचिन पिता ओमप्रकाश मित्तल निवासी ऋषिनगर के साथ मिलकर बाथम को ठगने की योजना बनाई। इसके बाद बाथम को फोन कर कहा कि उसका एक दोस्त भूपेंद्रसिंह इंदौर में पुलिस विभाग में पदस्थ है। उसकी मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता से अच्छी बातचीत है। इसके बाद भूपेंद्रसिंह ने बाथम को फोन कर उससे आधार कार्ड, बेटी का फोटो, डॉक्टर की रिपोर्ट व अन्य कागजात मंगवाए थे। धीरे-धीरे बाथम से 5 लाख रुपए ले लिए और फरार हो गए।
पुलिस ने बताया कि रोहित व सचिन मित्तल खुद ही मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता बनकर बाथम से बात करते थे। पूछताछ में दोनों ने 20 लोगों को लोन दिलाने व नौकरी दिलाने के नाम से भी ठगी करना कबूल किया है। पुलिस ने सोमवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया। यहां से उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया। इससे पहले दोनों भाइयों के खिलाफ नीलगंगा थाने में केस दर्ज हुआ था। इसमें सचिन जमानत पर छूटा है तो वहीं विकास फिलहाल जेल में ही है।पुलिस दोनों से ठगी की राशि जब्त करने में जुटी है।