उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के उज्जैन (ujjain) में इस बार नाग पंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन ऑनलाइन करेंगे। दरअसल नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन केवल ऑनलाइन लाइव होंगे। सामान्य दर्शन श्रद्धालुओं के लिए प्रतिबंधित रहेंगे। नाग पंचमी पर्व पर 13 अगस्त को भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन कोरोना गाइडलाइन के मद्देनजर केवल लाइव ऑनलाइन ही हो पाएंगे। सामान्य दर्शन प्रतिबंधित रहेंगे।
उक्त निर्णय पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज एवम श्री महाकालेश्वर प्रबन्ध समिति की सहमति से लिया गया है। नागपंचमी के दिन परम्परागत शासकीय पूजन यथावत रहेगा। नाग पंचमी के दिन भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन भी प्री बुकिंग से ही होंगे। नाग पंचमी पर्व के अवसर पर भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थी प्री बुकिंग करवा कर ही दर्शन के लिए आए।
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इसकी खास बात यह है कि यह मंदिर साल में सिर्फ एक दिन नागपंचमी (श्रावण शुक्ल पंचमी) पर ही दर्शनों के लिए खोला जाता है। ऐसी मान्यता है कि नागराज तक्षक स्वयं मंदिर में रहते हैं। नागचंद्रेश्वर मंदिर में 11वीं शताब्दी की एक अद्भुत प्रतिमा है, इसमें फन फैलाए नाग के आसन पर शिव-पार्वती बैठे हैं। कहते हैं यह प्रतिमा नेपाल से यहां लाई गई थी। उज्जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है।
पूरी दुनिया में यह एकमात्र ऐसा मंदिर है, जिसमें विष्णु भगवान की जगह भगवान भोलेनाथ सर्प शय्या पर विराजमान हैं। मंदिर में स्थापित प्राचीन मूर्ति में शिवजी, गणेशजी और मां पार्वती के साथ दशमुखी सर्प शय्या पर विराजित हैं। शिवशंभु के गले और भुजाओं में भुजंग लिपटे हुए हैं।