उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना काल में डाक्टरों ने जिस तरह से मरीजों की देखभाल की है, उसके लिए दुनिया भर में उन्हें सम्मानित किया जा रहा है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ऐसे मुश्किल समय में भी रिश्वतखोरी से बाज़ नहीं आ रहे। ऐसा ही एक मामला उज्जैन के पास तराना का सामने आया है जहां ईओडब्लू (EOW) ने कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य विभाग के एक भ्र्ष्ट अकाउंटेंट को 16000 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने ही विभाग की डॉक्टर से कोरोना काल की 70000 प्रोत्साहन राशि देने की बात पर रिश्वत की मांग की थी।
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हर माह लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू की भ्र्ष्ट अधिकारियों के खिलाफ हो रही कार्यवाही के बाद भी काला धन जमा करने वालों में खौफ नजर नहीं आ रहा है। ताजा मामला उज्जैन के पास तराना का है। ईओडब्ल्यू के एसपी दिलीप सोनी ने बताया की तराना में पदस्थ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर डॉ रीमा जेस्वार ने ईओडब्लू में लिखित शिकायत की थी कि कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान मिलने वाली प्रोत्साहन राशि की कुल रकम 70000 हजार निकालने के नाम पर तराना में पदस्थ ब्लॉक अकाउंट मैनेजर दीपक राठौर 20 प्रतिशत रिश्वत के तौर मांग रहा है। इसके बाद ईओडब्ल्यू ने प्लान बनाया और सोमवार को डॉ सीमा को 16 हजार रुपए देकर आरोपी दीपक के पास भेजा। जिसके बाद ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ये भी पता चला है कि आरोपी राठौर पहले भी इस तरह के कई मामले में संलिप्त रहा है।