Umaria News : मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से हाल ही में एक जिंदा महिला को कागज में मृत्यु घोषित करने का मामला सामने आया था, जो अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर 70 वर्षीय वृद्ध अपने जिंदा होने का प्रमाण लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। देश भर में ना जाने ऐसे कितने लोग हैं, जिन्हें कागजों में मृत्यु घोषित कर दिया गया है। जिस कारण उन्हें किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। इस तरह की गलतियों का शिकार बने लोग दर-दर भटकने को मजबूर है। वहीं, एक बार फिर इस घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है।
मानपुर जनपद का मामला
दरअसल, मामला मानपुर जनपद के ग्राम मुगवानी का है, जहां 70 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति 11 सालों से खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है। इसके बावजूद, उसे जिंदा करने या बनाने वाला कोई नहीं है। आसपास के लोग भी हैरान हैं कि वह व्यक्ति जो उनके सामने जिंदा है, लेकिन सरकारी कागजों में उसे मृत बताया जा रहा है। बता दें कि पंचायत के अधिकारियों ने समग्र पोर्टल में इस वृद्ध को मृत घोषित कर दिया, जिसके कारण वह राशन और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहा है।
11 साल से भूत बना घूम रहा आदिवासी, मांग रहा न्याय, मामला उमरिया का, देखें पूरा वीडियो…@CollectorUmaria #Umaria pic.twitter.com/GT9kkMiNtm
— MP Breaking News (@mpbreakingnews) September 24, 2024
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
परेशान वृद्ध ने मीडिया को अपनी आपबीती सुनाई। पीड़ित के भाई ने भी पूरी घटना का विवरण दिया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जिला पंचायत अध्यक्ष अनुजा पटेल तक मामला पहुंचते ही अध्यक्ष ने सरकारी प्रणाली की विफलता की ओर इशारा करते हुए पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। वहीं, अपर कलेक्टर शिव गोविंद सिंह ने कहा कि यह मामला बेहद ही गंभीर है। यदि किसी जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित किया गया है, तो जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उमरिया, ब्रजेश श्रीवास्तव