BRCC Umaria News: महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण के सरकारी प्रयासों को सरकारी मुलाजिम ही किस तरह से पलीता लगा रहे हैं कैसे मुख्यमंत्री के निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं इसका उदाहरण प्रदेश के उमरिया जिले से सामने आया हैं, यहाँ पदस्थ एक शिक्षा अधिकारी न सिर्फ भ्रष्टाचार करते हैं, शिक्षकों से रिश्वत मांगते हैं बल्कि महिला शिक्षिकाओं से अभद्रता भी करते हैं, कलेक्टर से शिकायत के बाद भी बाहुबली बीआरसीसी पर अब तक कोई एक्शन नहीं होने से शिक्षक शिक्षिकाएं परेशान हैं। कांग्रेस नेता इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने की मांग कर रही है।
मध्य प्रदेश की सरकार महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने की दिशा में कई योजनायें चला रही है, महिला सुरक्षा को लेकर भी यहाँ कड़े कानून हैं, स्कूली शिक्षा को लेकर भी प्रदेश सरकार गंभीर है भ्रष्टाचार पर भी कड़े एक्शन के निर्देश हैं लेकिन जमीनी हकीकत कई जिलों में इससे बिलकुल उलट है, इसका एक उदाहरण उमरिया जिला है जहाँ पदस्थ बीआरसीसी से स्टाफ परेशान हैं।
BRCC पर शिक्षिकाओं से अभद्रता करने, स्टाफ से रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप
मामला है उमरिया जिले के करकेली ब्लाक के बीआरसी विनय चतुर्वेदी का है, इनके कार्यक्षेत्र में आने वाले स्कूलों में पदस्थ स्टाफ ने कलेक्टर से शिकायत की है, जिसमें कहा गया है कि बीआरसीसी चतुर्वेदी द्वारा महिला शिक्षकों से बदसलूकी की जाती है, किसी भी कम के बदले रिश्वत की मांग करते हैं, जो शिक्षक रिश्वत नहीं देते तो नोटिस थामकर सस्पेंड करने की धमकी देते हैं।
शिकायत के बाद भी कोई एक्शन नहीं, कांग्रेस विधानसभा में उठाएगी मामला
शिकायत में कहा गया है कि ऐसा करना बीआरसीसी की आदत बन गया है, महिला शिक्षिकाओं के साथ अभद्रता जैसे गंभीर मामले की शिकायत की जांच भी नहीं हो पा रही है, जांच अधिकारी भी दोषी को बचाने का भरसक प्रयास करने में जुटे हुए हैं, इस मामले में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अजय सिंह ने कलेक्टर और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाये हैं उन्होंने बीआरसीसी की हरकत की कड़ी निंदा की है और कहा है कि वे क्षेत्रीय विधायकों से निवेदन कर इस मामले को विधानसभा में उठाने की मांग करेंगे।
उमरिया से ब्रजेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट