Lokayukta Action : भ्रष्टाचार पर सख्त एक्शन के निर्देश के बावजूद सरकारी कर्मचारी अधिकारी बेख़ौफ़ होकर रिश्वत ले रहे हैं, प्रदेश में लोकायुक्त पुलिस ने पहली कार्रवाई दमोह जिले में की है जहाँ जनपद पंचायत के सीईओ को घूस लेते हुए पकड़ा। वहीं दूसरी कार्रवाई उमरिया जिले की है यहाँ रीवा लोकायुक्त टीम ने पंचायत सचिव संतोष सोनी को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
पीड़ित ने रीवा लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ऑफिस में दिया आवेदन
रीवा लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उमरिया जिले के फरियादी अंकुर तिवारी ने एक शिकायती आवेदन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिया था। जिसमें शिकायत की गई थी कि पंचायत सचिव संतोष सोनी पर रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाये गए थे।
पंचायत सचिव ने मांगी 10 हजार रुपये की रिश्वत
आवेदक अंकुर तिवारी ने आवेदन में बताया कि ग्राम पंचायत माला में जेसीबी के द्वारा अमृत सरोवर में किए गए काम के बिल भुगतान के एवज में 15,000 रिश्वत की मांग की थी फरियादी द्वारा 5000 हजार रुपए पहले ही दे दिए गए थे पुलिस अधीक्षक ने शिकायत का सत्यापन कराया और तो शिकायत सही पाई गई। फिर एक टीम का गठन कर ट्रैप प्लान की गई।
रिश्वत (Bribe) लेते पंचायत सचिव रंगे हाथ गिरफ्तार
ट्रैप दल आज 24 दिसंबर को ग्राम पंचायत माला के लिए रवाना हुआ और आज निर्धारित समय पर आवेदक ने आरोपी पंचायत सचिव संतोष सोनी को रिश्वत की राशि 10000 रुपये दिए। वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचारी पंचायत सचिव संतोष सोनी को रंगे हाथों पकड़ा लिया। इस पूरे मामले में आरोपी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।
उमरिया से ब्रजेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट