Uniform Fair: जबलपुर जिला प्रशासन ने निजी स्कूलों के विक्रेताओं के साथ सांठगांठ को खत्म करने और माता-पिता को कम दाम में यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाते हुए यूनिफॉर्म मेले की शुरुआत की है। दरअसल इस पहल का मुख्य उद्देश्य माता-पिता को स्कूल यूनिफॉर्म की खरीद में राहत देना और उन्हें उचित दाम पर अच्छी गुणवत्ता वाली यूनिफॉर्म प्रदान करना है। जानकारी के अनुसार यह मेला शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के 40 से अधिक निजी स्कूलों के साथ-साथ केंद्रीय विद्यालय और मॉडल स्कूल के लिए भी यूनिफॉर्म स्टाल लगाए गए हैं।
कलेक्टर की पहल पर शुरू हुआ मेला
दरअसल जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना की पहल पर इस यूनिफॉर्म मेले का आयोजन किया गया है। जानकारी के अनुसार इससे पहले भी उन्होंने पुस्तक मेला आयोजित किया था, जो माता-पिता और विद्यार्थियों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ था। बता दें कि यह मेला लेमा गार्डन, गोहलपुर में संचालित रेडीमेड गवर्नमेंट क्लस्टर में पांच दिवसीय रूप से आयोजित किया गया है।
मेले की शुरुआत
जानकारी के अनुसार इस मेले की शुरुआत शनिवार को कांग्रेस और भाजपा के विधायकों समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने निरीक्षण करके की है। दरअसल कलेक्टर का कहना है कि मेले का उद्देश्य उचित दाम पर स्कूल यूनिफॉर्म प्रदान करना है। ज्यादातर यूनिफॉर्म कलेक्टर और शहर में संचालित सरकारी इकाइयों में तैयार की गई हैं। पहले स्कूलों से इसके लिए सैंपल मांगे गए थे, जिनमें से करीब 200 स्कूलों ने अपने सैंपल दिए थे।
मेले का समय और स्थान
वहीं बता दें कि यूनिफॉर्म मेला 31 जुलाई तक चलेगा और यह शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। इस मेले में अब तक 17 स्टाल लगाए गए हैं। जहां जबलपुर जिले के सभी निजी स्कूलों के यूनिफॉर्म कम कीमत पर यहां उपलब्ध रहेंगे।
दरअसल मेले में सिर्फ स्कूल यूनिफॉर्म ही नहीं, बल्कि मोजे, ब्लेजर, स्कूल बैग और वॉटर बॉटल के स्टाल भी लगाए गए हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि मेले में आने वाले माता-पिता और बच्चों को सभी आवश्यक वस्तुएं एक ही स्थान पर मिल जाएं।
वहीं पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की और इसे एक बेहतरीन कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले से माता-पिता को बड़ी राहत मिलेगी। विधायक अशोक रोहाणी और अभिलाष पांडे ने भी मेले की तारीफ की और इसे एक सकारात्मक पहल बताया।
दरअसल जबलपुर जिला प्रशासन की इस पहल से न केवल माता-पिता को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि बच्चों को भी अच्छी गुणवत्ता वाली यूनिफॉर्म प्राप्त होगी। इस प्रकार के मेले से शिक्षा क्षेत्र में भी पारदर्शिता और सुधार आएगा। जिला प्रशासन के इस प्रयास से उम्मीद है कि भविष्य में भी इस तरह की और पहलें की जाएंगी, जिससे समाज को लाभ पहुंचेगा।