विदिशा, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) के विदिशा (vidisha) जिले से एक नया मामला सामने आया। जहां जिसमें जन सुनवाई के दौरान नायब तहसीलदार के अपमानित करने पर एक किसान दंपति ने खुदकुशी करने की कोशिश की। कार्यालय परिसर में ही लगे बरगद के पेड़ पर फंदा डालकर किसान ने फांसी लगाने की कोशिश की। आनन-फानन में लोगों ने किसान को नीचे उतारा और एसडीएम (SDM) की गाड़ी में जिला अस्पताल ले गए।
दरअसल मामला विदिशा से सिरोंज तहसील कार्यालय का है। जहां जन सुनवाई के दौरान हड़कंप की स्थिति मच गई। सिरोंज तहसील के ग्राम कजरी बरखेड़ा के किसान दंपत्ति भज्जू अहिरवार और संपत बाई अपनी 5 बीघा जमीन को लेकर परेशान है। इसकी शिकायत को लेकर किसान दंपति ने जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक से लेकर तहसील कार्यालय तक आवेदन दे चुके हैं। लेकिन उस पर सुनवाई नहीं हुई।
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संपत बाई का कहना है कि जन सुनवाई के दौरान आवेदन लेकर वह नायब तहसीलदार के पास पहुंची थी। वही नायब तहसीलदार ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें भगा दिया जिससे परेशान होकर संपत बाई के पति भज्जू अहिरवार ने वही फांसी का फंदा लगा लिया।
इस मामले में एसडीएम अंजलि शाह का कहना है कि पीड़ित किसान आवेदन लेकर नायब तहसीलदार के पास पहुंचा था। जिसके बाद किसान ने खुदकुशी करने की कोशिश की। वह वहां मौजूद लोगों ने किसान को फिर से नीचे उतारा। जिसके बाद एसडीएम अंजलि शाह ने अपनी गाड़ी में फौरन किसान को अस्पताल भेजा। इसके साथ ही एसडीएम अंजलि शाह का कहना है कि किसान के प्रकरण की पूरी जांच होगी और उसके बाद जो भी उचित कार्रवाई हो वह की जाएगी। इधर जिला अस्पताल में किसान का इलाज जारी है