मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल एक सामान्य महिला ने गांव के ग्रामीण से 50 हजार रुपए की ठगी कर दी। महिला ने पुलिस अधिकारी बनकर ग्रामीण को फोन लगाया और अपराध से मुक्त करवाने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की। हालांकि मामले का खुलासा हो जाने के बाद आरोपी महिला एवं उसके साथियों पर केस दर्ज किया गया। वहीं कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। हालांकि आरोपी महिला भी भी फरार बताई जा रही है।
दरअसल मामला 6 माह पूर्व घटी दुष्कर्म की घटना से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इस घटना का आरोपी जमानत पर रिहा चल रहा है। लेकिन उसे फिर से जेल में डलवाने की धमकी देकर उससे पैसे ऐंठे गए हैं।
थाना प्रभारी बनकर आरोपी को धमकाया:
जानकारी के मुताबिक एक भाई-बहन की जोड़ी ने मिलकर इस ठगी को अंजाम दिया है। दोनों ने पैसों के लालच में दुष्कर्म के आरोपी से पैसे ऐंठने की योजना बनाई। इस ठगी में आरोपी की बहन ने महिला थाना प्रभारी बनकर आरोपी को धमकाया। दरअसल फर्जी महिला टीआई बनकर आरोपी को धमकाते हुए महिला ने कहा कि, “अगर मामले को रफा-दफा करना चाहते हो तो 50 हजार रुपये लेकर मुझसे मिलो।” हालांकि पीड़ित परिवार को शक हुआ और उन्होंने इसकी शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और महिला के भाई और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया। वहीं अब पुलिस आरोपी महिला की तलाश कर रही है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया
गौरतलब है कि एक ही गांव के ही कुछ निवासियों ने इस ठगी को अंजाम दिया। हालांकि समय रहते इस फर्जी मामले का खुलासा हो गया। दरअसल फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर पैसों की मांग करने पर पीड़ित पक्ष को आरोपी महिला पर शक हुआ तो उन्होंने इस बात की पूरी जानकारी कोतवाली में दी। पीड़ित पक्ष का कहना है कि उन्होंने जगन्नाथ और दशरथ गौतम नाम के व्यक्ति को 50 हजार रूपए दिए। वहीं मामले में पुलिस ने जांच शुरू की और पाया की एक भाई ने अपनी बहन को महिला थाना प्रभारी बनाकर यह फर्जीवाड़ा किया। हालांकि अभी तक आरोपी महिला को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।