Madhya Pradesh : उपचुनाव के बीच शिवराज सरकार का एक और बड़ा फैसला

Pooja Khodani
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Shivraj Singh Chouhaan

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh by-election) से पहले प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने एक और बड़ा फैसला लिया है।सरकार ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म-तिथि को राष्ट्रीय एकता दिवस  के रूप में मनाने का फैसला लिया है, इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग (General Administration Department) ने आदेश जारी कर दिए है।

जारी आदेश के अनुसार, सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabh Bhai Patel) की जन्म-तिथि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (National unity day) के रूप में मनाया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत 31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई जाएगी।

इतना ही नही एकता, अखण्डता और सुरक्षा की भावना को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य पुलिस (MP Police) और अन्य वर्दीधारी बलों तथा अन्य एजेंसियों द्वारा 31 अक्टूबर की शाम को मार्च पास्ट का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम वेबकास्ट किये जाएंगे, ताकि सभी आमजन इस कार्यक्रम को देख सकें। कार्यक्रम में कोरोना योद्धा जैसे डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी इत्यादि आमंत्रित होंगे। कार्यक्रम आयोजित करते समय कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

इससे पहले सरकार ने 26 अक्टूबर को दशहरे (Dussehra) को शासकीय अवकाश (Government holiday) घोषित करने का ऐलान किया था।दो दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan)  ने बयान जारी करते हुए कहा था कि 25 अक्टूबर को रविवार का साप्ताहिक अवकाश है।  26 अक्टूबर सोमवार के दिन भी  मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में विजयादशमी (Vijayadashami) का शासकीय अवकाश रहेगा। पूर्व में घोषित विजयदशमी का रविवार का अवकाश भी यथावत रहेगा।शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों (Government officials, employees) को भी त्यौहार पर प्रायः अपने गृह नगर या गांव जाकर पर्व मनाना होता है। रविवार के साथ ही सोमवार को भी अवकाश मिल जाने से सुविधाजनक ढंग से पर्व मना पाएंगे।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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