मंत्री उषा ठाकुर के बयान से भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा नाराज, कहा- उपचुनाव पर पड़ेगा असर

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में विधानसभा उपचुनाव (Assembly by-election) से पहले विवादित बयानों की बयार सी आई हुई है। बयानों को लेकर राजनीतिक दल एक दूसरे पर हमलावर हो गए है। लेकिन भाजपा की मंत्री उषा ठाकुर (usha thakur) द्वारा मदरसों को लेकर दिए विवादित बयान के बाद उन्हीं की पार्टी ने नाराजगी जाहिर की है। साथ ही उपचुनाव में अल्पसंख्यक वोट पर इसका असर पडऩे की आशंका भी जताई है।

प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर द्वारा मदरसों में कट्टरवादी और आतंकवादी पैदा होने और मदरसों को बंद करने वाले बयान के बाद भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा नाराज है। दरअसल एक प्रेस वार्ता के दौरान मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने कहा था कि सरकारी खर्च पर चलने वाले मदरसों में कट्टरवादी और आतंकवादी पैदा होते हैं, इसलिए इनको बंद कर देना चाहिए। भाजपा के अल्पसंख्यक नेता सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर मंत्री ठाकुर के बयान को गलत ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि पीएम मोदी के ट्रिपल तलाक के फैसले के बाद अल्पसंख्यक वोटरों का झुकाव भाजपा की तरफ बढ़ा था, लेकिन मंत्री उषा ठाकुर द्वारा इस तरह का बयान देने से अल्पसंख्यक वोटरों का झुकाव खिसक सकता है और उपचुनाव में भाजपा को झटका लग सकता है।

मदरसों से निकले है अब्दुल कलाम और अशफाक उल्लाह जैसे महापुरुष
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रवक्ता जमा खान ने मंत्री उषा ठाकुर के बयान से असहमति जताते हुए कहा है कि देश के मदरसों से अब्दुल कलाम और अशफाक उल्लाह खान जैसे महापुरुष निकले है। ऐसे में मैं उनकी इस बात से बिल्कुल भी सहतम नहीं हूं। वहीं भाजपा नेता और एमपी मदरसा बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सईद इमाद उद्दीन ने भी मंत्री के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि पंडित दिन दयाल के विचारों में कभी भी किसी धर्म पंथ से ऊपर उठकर गरीब और समाज के हर वर्ग को सम्मान देते हुए,सेवा ही सही अर्थो में समाज सेवा है। इस लिए विनम्रता के साथ निवेदन है, कि मदरसों पर आपने जो बयान दिया वो सत्यता से परे होकर समाज में विकृति उत्पन्न करने वाला है।


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Neha Pandey

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