भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में शीघ्र संपन्न होने वाले विधानसभा उपचुनाव (Assembly by-election) से पहले कांग्रेस (congress) हर तरह से निश्चिंत होना चाहती है। प्रचार प्रसार के अलावा वोटिंग को लेकर भी कांग्रेस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है। कांग्रेस को आशंका है कि इस चुनाव प्रक्रिया में लगे भाजपा (bjp) प्रशासन और पुलिस के कुछ अधिकारी चुनाव को प्रभावित कर सकते है। जिसे लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता लगातार चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं और निष्पक्ष कार्यवाई की मांग भी कर रहे हैं। इस बीच अब पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (digvijay singh) ने निर्वाचन आयोग (Election Commission) के उस निर्णय पर सवाल उठाया है, जिसमें कोरोना के चलते डाक मतपत्र (Postal ballot) से वोट डालने वालों की सूची उम्मीदवारों को उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
दरअसल दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से डाक मतपत्र से वोट डालने वालों की सूची उम्मीदवारों को उपलब्ध नहीं कराए जाने पर सवाल उठाया है। मंगलवार को उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा ‘ हमें माननीय केंद्रीय चुनाव आयोग पर विश्वास है लेकिन पूरी निष्पक्षता दिखनी भी चाहिए। कोविड के कारण पोस्टल बेलट डालने वालों की सूची उम्मीदवारों को नहीं देने का निर्णय समझ से परे है’। वहीं एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि ‘चुनाव आयोग को कहीं भी किसी को भी किसी प्रकार की शंका की गुंजाइश नहीं छोडऩा चाहिए। CEC should be like “Caesar’s wife must be above suspicion!!” निष्पक्ष चुनाव आयोग ही हर लोकतंत्र की सफलता है।
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा (vivek tankha) ने भी चुनाव आयोग को वीडिया कांफ्रेंसिंग के जरिए उन अधिकारियों की नामजद शिकायत की है जो अधिकारी आगामी होने वाले उपचुनाव को प्रभावित कर भाजपा को फायदा और कांग्रेस को नुकसान पहुँचा सकते है। राज्यसभा सांसद ने शिकायत को लेकर ट्वीट में लिखा है कि इलेक्शन कमीशन को पोस्टल बैलेट में गड़बड़ी के बारे में भी बताया। इसके अलावा सोमवार को ही पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (kamalnath) ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने प्रदेश की पुलिस और प्रशासन पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था। उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से अनुरोध किया था कि वे निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। वहीं अब दिग्विजय सिंह ने डाक मतपत्र को लेकर निर्वाचन आयोग के निर्णय पर सवाल खड़े किये हैं और निष्पक्षता से चुनाव कराने की मांग की है।