MP उपचुनाव 2020 : Exit Poll पर चुनाव आयोग ने लगाई पाबंदी

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। जब जब देश में चुनाव होते है , तब तब मीडिया संस्थानों द्वारा अपने अपने स्तर से सर्वे करवाए जाते है और मतदान के बाद बताया जाता है कि एक्जिट पोल (Exit Poll) में किस राजनैतिक पार्टी को कितनी सीट मिल रही है, किसकी हार और किसकी जीत हो रही है। वही मध्यप्रदेश में उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज है, दोनों ही दल जीत के लिए एडी से चोटी तक का जोर लगा रहे है, इसी बीच बड़ी खबर मिल रही है कि चुनाव आयोग (Election commission) मध्यप्रदेश ने एग्जिट पोल पर पाबंदी लगा दी है, ताकी चुनाव पूर्ण रूप से निष्पक्ष हो और एक्जिट पोल से किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति ना पैदा हो ।

दरअसल, मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में आगामी 3 नवबंर को 28 सीटों पर उपचुनाव (by-elections) के लिए मतदान होना है और 10 नवंबर को परिणाम आने है। नतीजों के बाद तय होगा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बगावत के बाद बनी मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार (Shivraj government) परमानेंट होगी या फिर पिछली कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) दोबारा कमबैक करेगी।मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें है, जहां BJP को जीत के लिए 9 सीटों की आवश्यकता है, वही कांग्रेस को वापसी के लिए 28 सीटों पर विजय हासिल करनी है, ऐसे में एग्जिट पोल निष्पक्ष चुनाव प्रणाली को प्रभावित कर सकते है, इन्हीं सब बातो पर ध्यान रख कर मुख्य निर्वाचन आयोग मध्यप्रदेश (Chief Election Commission Madhya Pradesh) ने एक्जिट पोल पर पाबंदी लगाने का निश्चय किया है ।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)