देवास/हॉटपिपल्या, सोमेश उपाध्याय! देवास जिले की हॉटपिपल्या विधानसभा(172) उपचुनाव को लेकर राजीतिक सरगर्मियां तेजी से बढ़ने लगी है!भगवान नर्सिंग की नगरी के नाम से विख्यात हाटपिपल्या भाजपा के प्रमुख स्तम्भ व सियासत में सन्त का दर्जा हासिल कर चुके स्व.कैलाश चन्द्र जोशी की जन्मभूमि है!इस लिहाज से भी यह सीट से समूचे प्रदेश में चर्चित है!चुनाव की तारीख नजदीक आरही है प्रत्याशीयो के पास केवल सप्ताह भर का समय बचा है!ऐसे में दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशी पार्टी कार्यकर्ता व संगठन के साथ ही प्रत्येक इलाकों में स्वयं के विश्वसनीयो को भी अंदर से मैदान में उतार रखा है!
जाहिर सी बात है उपचुनाव का यह रण किसी को भी आसान नही लग रहा है!अब प्रत्याशी व कार्यकर्ता गांव की गलियों व मोहल्लों में घूमकर मतदाताओं से लुभावने वायदे कर रहे हैं!लेकिन,धरातल की वास्तविकता यह है कि इस बार मतदाताओं ने प्रत्याशीयो को पूरी तरह अपनी कसौटी पर तौलने का मन बना लिया है।चुनावी रण के विजय की माला कोन पहनेगा यह आसानी से नही कहा जा सकता, वोटर किसका साथ देगा और किसका नहीं। कौन बेहतर रहेगा और कौन नहीं, इस तरह के सवाल मतदाताओं के मन में हिलोरे मार रहे हैं।भाजपा प्रत्याशी मतदाताओं को कांग्रेस की नाकामी व वादाखिलाफी का मुद्दा भुना रहे है तो कांग्रेस 35 करोड़ में बिकाऊ व गद्दारी का आरोप मढ़ रही है!
हाटपिपल्या विधानसभा में मतदाता बाजी पलटने में देर भी नही करते है! इसलिए अबकी बार सबकुछ परखने के बाद ही वोटर कोई कदम उठाएंगे।एमपी ब्रेकिंग की टीम ने कुछ स्थानीय मतदाताओं से चर्चा करने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि हर चुनाव में वादे बहुत होते है पर चुनावो के बाद जीता हुआ प्रत्याशी सभी वायदे भूल जाता है!हाटपिपल्या में नेवरी से चापड़ा तक कि सड़क ने ही मुख्यरुप से पिछले चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी,सड़क मनोज चौधरी के कार्यकाल में भी नही बनी।मतदाताओं के मन मे यह गुस्सा भी बना हुआ है!
हालांकि चुनाव पूर्व ही सड़क निर्माण का टेंडर औऱ कार्य आरम्भ हो गया था!परन्तु कांग्रेस इस मुद्दे को भी भुनाने में कोई कसर नही छोड़ रही है!वही कांग्रेस प्रत्याशी राजवीर सिंह बघेल पहली बार मैदान में है!पूर्व में उनके पिता ठा.राजेन्द्र सिंह बघेल भी क्षेत्र से विधायक रह चुके है!हालांकि 2008 के चुनाव में बघेल लगभग 250 मतों के मामूली अंतर से ही पराजित हुए थे।पराजय का प्रमुख कारण वर्तमान प्रत्याशी मनोज चौधरी के पिता नारायण सिंह चौधरी का कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ना था!
अब चौधरी भाजपा से प्रत्याशी!पूर्व में दोनों प्रत्याशियों के पिता मैदान में थे तो अब उनके पुत्र।वोटर सुन सबकी रहा है मगर, मन के अंदर छिपे राज को उगलने के लिए तैयार नहीं है। न ही रुझान बता रहा है।अब देखना दिलचस्प होगा कि हाटपिपल्या उपचुनाव में विजय माला कौन पहनता है!
सोशल मीडिया पर भी है सक्रिय
दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थक सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं। मनोज चौधरी सोशल मीडिया पर पूरी तरह सक्रिय है।सभाओं में उनके भाषण फेसबुक पर लाइव प्रसारित किए जा रहे तो समाचार संकलन की जानकारी भाजपा प्रवक्ता शम्भू अग्रवाल प्रतिदिन जारी करते है!तो कांग्रेस प्रत्याशी कु.राजवीर सिंह बघेल के समर्थक भी सोशल मीडिया के प्रचार में कम नही हैं।दोनों प्रत्याशी अपने चुनावी दौरे, गतिविधियों की जानकारी के साथ ही जनता को अपने पक्ष में लुभाने वाले वीडियो भी प्रसारित कर रहे है!
शिवराज-सिंधिया व कमलनाथ कर चुके हैं सभा
भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया सभा कर चुके हैं वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में पूर्वमुख्यमंत्री कमलनाथ सभा को सम्बोधित कर चुके है! दोनों ही सभाओं में अच्छी भीड़ रही। दोनों प्रत्याशी जहां नहीं जा पा रहे वहां परिजनों को भेजा जा रहा है।उपचुनाव की खास बात यह है कि दोनों प्रत्याशीयो के पिता ने भी मैदान सम्भाल रखा है!कांग्रेस प्रत्याशी के पिता पूर्व विधायक ठा.राजेन्द्र सिंह बघेल खुद कार्यकर्ताओ व नेताओ के सम्पर्क में है तो भाजपा प्रत्याशी के पिता पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह चौधरी ख़ुद गाँव-गाँव घूम रहे है!
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11 प्रत्याशी है मैदान में
हाटपीपल्या विधानसभा उपनिर्वाचन में इस बार 11 प्रत्याशी मैदान में है!जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी से मनोज चौधरी पिता नारायणसिंह चौधरी को कमल, इण्डियन नेशनल कांग्रेस से कुं. राजवीर सिंह बघेल पिता राजेन्द्र सिंह को हाथ, बहुजन समाज पार्टी से राजेश नागर पिता सज्जनसिंह को हाथी, इण्डिया जनशक्ति पार्टी से अजय सिंह सेंधव पिता बहादुर सिंह को कप और प्लेट, शिवसेना से कमल सेंधव पिता प्रताप सिंह सेंधव को तीर-कमान, निर्दलीय उमेश चौधरी पिता कमलसिंह को कॉच का ग्लास, निर्दलीय नरेन्द्र गुप्ता पिता भगवानदास को चाबी, निर्दलीय रणछोड पिता चुन्नीलाल को ट्रेक्टर चलाता किसान, निर्दलीय विक्रम कुमार कटैलिहा पिता विष्णुप्रसाद को अलमारी, निर्दलीय सादिक शेख पिता बशीर शेख को गन्ना किसान तथा निर्दलीय सूरज सिंह पिता भंवर सिंह को बाल्टी का चुनाव चिन्ह आवंटित किया है।
5041 नए मतदाता
उपचुनाव में इस बार युवा युवा मतदाता निर्णायक भूमिका में है!एमपी ब्रेकिंग द्वारा युवाओ से चर्चा करने पर पता लगा कि युवाओ का रुझान पारम्परिक मुद्दों से अलग रोजगार, शिक्षा के लिए अधिक है!हॉटपिपल्या विधानसभा में इस बार 5041नए मतदाता है!जिसमे 18-19 वर्ष की आयु के 4821 व 20 से 29 वर्ष की आयु के 48494 युवा मतदाता है!वही 2018 विस चुनाव का मतदान प्रतिशत 85.24 प्रतिशत था!
हालांकि इस बार दोनों प्रमुख प्रत्याशी भी युवा ही है!अब युवा किस युवा पर विश्वास जताते है यह निर्णय तो समय के ताले में बन्द है!
ये है प्रमुख मुद्दे
हाटपिपल्या को विकासखंड का दर्जा,सिविल हॉस्पिटल, पानी की समस्या व बेरोजगारी ही यहां के प्रमुख मुद्दे है!
कुल मतदाता : 191,279
कुल प्रत्याशी – 11
पिछला परिणाम- मनोज चौधरी, काँग्रेस(अब भाजपा में)
निकटम प्रत्यासी-दीपक जोशी(भाजपा)
कुल मतदान केंद्र-252
जातिगत समीकरण (आँकड़े अनुमानित हैं)
खाती – 22,500
मुस्लिम – 23,000
राजपूत – 18,00
पाटीदार – 10,500
सैंधव – 8,500
ब्राह्मण – 6,000