इंदौर में शस्त्र पूजन कार्यक्रम को छोड़कर अचानक इसलिए मौके से निकलना पड़ा मुख्यमंत्री को

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इंदौर, आकाश धोलपुरे। प्रदेश में जारी चुनावी सरगर्मी के बीच आज प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh couhan) इंदौर (indore) में राजपूत समाज के शस्त्र पूजन कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। जहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मनभावन टेकरी पर रानी पद्मावती (rani padmavati) का शौर्य स्मारक बनाने की घोषणा की तो वही रानी पद्मावती की सही शौर्य गाथा को अगले वर्ष पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने का फैसला लिया जाने की बात भी कही।

सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में फिल्म पद्मावत की रिलीज के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान जिन नौजवानों पर मुकदमे दर्ज हुए थे, उन्हें भी प्रदेश सरकार द्वारा वापस लेने का फैसला लिया गया है। रानी पद्मावती के और महाराणा प्रताप के नाम पर 2 लाख रुपये के शौर्य पुरस्कार की शुरुआत करने की बात भी सीएम शिवराज ने आयोजन के दौरान कही।

इधर, इस बीच राजपूताना संघ के कार्यक्रम में जब आरक्षण खत्म करने की मांग समाज जनों ने की तो सीएम शिवराज शस्त्र पूजा करने के पहले ही विरोध को देखते हुए मौके से रवाना हो गए। दरअसल, राजपूत क्षत्रिय समाज की मांग है कि ब्राह्मणों और ठाकुरों को चुनाव के समय एक वोटर के रूप में ही याद रखा जाता है जबकि समाज आरक्षण को खत्म करने की मांग उठा रहा है। इतना ही नहीं, समाज वालों की मानें तो उन्हें भी आरक्षण दिया जाना चाहिए। राजपूत करणी सेना की देवास जिलाध्यक्ष रेखा बैस ने बताया कि आरक्षण क्या चीज है और हम क्यों चाह रहे है और 70 सालों से जो चीज चली आ रही है हम उसे खत्म कराना चाहते है। उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग पिस रहा है, ऐसे में हम आधा आधा आरक्षण नहीं मांग रहे है। लेकिन जो आरक्षण हमे देना चाह रहे हो वो तो कम से कम दो, जिसकी उम्मीद जताई गई थी। वही रेखा बैस ने बताया कि सीएम ने उनकी बात सुनी है और समय कम होने के चलते वो जल्दी चले गए।

इधर, सीएम के मंच के समीप जाकर मांग करने वाले मनोज रघुवंशी ने बताया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने आज विरोध इसलिये करना पड़ा क्योंकि हम ठाकुर समाज से है और जो 2018 में विधानसभा के समय शिवराज चौहान ने अपने मंच से कहा था कि हमे ठाकुरों और ब्राह्मणों के वोट नही चाहिए जिसके बाद सपाक्स पार्टी बनाई थी और आज जब 2020 में उपचुनाव हो रहे है तो सीएम ठाकुरों की शरण में आकर वोट की भीख मांग रहे हैं। लेकिन समाज आज शर्मिंदा है कि इन्हें मंच पर चढ़ने दिया। मनोज रघुवंशी ने कहा कि जब चुनाव आते है तो नेताओ को ठाकुरों की याद आती है और आम समय मे ये लोग एससी/एसटी का साथ देते है। वर्त्तमान में समाज के नाम पर गंदी राजनीति हो रही है और समाज का राजनीतिक उपयोग किया जा रहा है। मनोज ने बताया कि मैंने जब विरोध किया तो मुझे क्राइम और पुलिस वाले हटाने लगे। खुद को कांग्रेसी बताते हुए रघुवंशी ने कहा कि साँवेर चुनाव में ठाकुर समान बीजेपी का विरोध करेगा।


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Neha Pandey

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